राशन कार्ड (Ration Card) बड़ा अहम दस्तावेज होता है। यह केवल अनाज लेने के काम नहीं आता। इसे आप आईडी कार्ड (पहचान-पत्र) या फिर एड्रेस प्रूफ (पते के प्रमाण-पत्र) के तौर पर यूज कर सकते हैं। इसके अलावा और भी कई काम हैं, जहां राशन कार्ड का प्रयोग किया जा सकता है। आइए जानते हैं:
आधार कार्ड बनवाने, नया बैंक खाता खोलने, एलपीजी कनेक्शन लेने, स्कूल कॉलेज में, ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनवाने, निवास स्थान प्रमाण-पत्र बनवाने, वोटर आईडी कार्ड बनवाने, सिम कार्ड लेने, पासपोर्ट बनवाने, जीवन बीमा कराने, लैंडलाइन कनेक्शन/ब्रॉडबैंड या वाई-फाई कनेक्शन लेने और पैन कार्ड बनवाने में राशन कार्ड का इस्तेमाल हो सकता है।
वैसे, हर नागरिक का राशन कार्ड नहीं बनता है। यह एक तय आय वाले लोगों के लिए ही होता है। पर कागजी तौर पर देखें तो यह दस्तावेज किसी भी व्यक्ति की वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। विभिन्न राज्यों में आय की सीमा अलग होती है और उसी हिसाब से वहां पर राशन कार्ड बनाया जाता है।
देश में राशन कार्ड के लिए वही आवेदन दे सकता है, जो भारत का नागरिक है। 18 साल से कम के बच्चों आदि को उनके अभिभावकों के राशन कार्ड में शामिल किया जाता है। हालांकि, बालिग हो जाने के बाद अलग राशन कार्ड के लिए अलग से आवेदन दिया जा सकता है।
राशन कार्ड भी कई किस्म के होते हैं। मसलन बीपीएल (गरीबी रेखा के नीचे वाले) और नॉन बीपीएल। बीपीएल राशन कार्ड नीले/पीले/हरे/लाल रंग का होता है। यह रंग अन्न, तेल और अन्य सामान पर मिलने वाली विभिन्न प्रकार की सब्सिडी के आधार पर तय होता है, जबकि सफेद राशन कार्ड उन लोगों के लिए होते हैं, जो गरीबी रेखा के ऊपर होते हैं।
राशन कार्ड आवेदन के लिए संबंधित पोर्टल पर जाएं। फिर ऐप्लीकेशन फॉर्म पर क्लिक करें और अपने डिटेल्स भरें। इसके बाद सभी जरूरी दस्तावेज जमाकर ‘अप्लाई ऑनलाइन’ बटन दबा दें। यह प्रोसेस पूरा हो जाएगा। ध्यान रहे कि अगर आपने गलत जानकारी दी और पकड़े गए, तब आपके खिलाफ कानूनी ऐक्शन भी हो सकता है।
राशन कार्ड बनवाने में लगते हैं ये दस्तावेजः डीएल, आधार कार्ड, एम्पलाई आईडी, वोटर आईडी, पासपोर्ट, कोई भी सरकारी आईडी और हेल्थ कार्ड आदि।