भारत में पैन और आधार एक महत्‍वपूर्ण दस्‍तावेज के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता है। इन दोनों दस्‍तावेजों का उपयोग कई खास कामों के लिए उपयोग किया जाता है। अगर पैन कार्ड नहीं रहे तो आप कोई भी वित्तीय लाभ नहीं उठा सकते हैं। वहीं सरकारी योजनाओं और पहचान के लिए एक दस्‍तावेज के रूप में आधार कार्ड का उपयोग किया जाता है। इन दोनों दस्‍तावेजों के न रहने से आपके बहुत से काम अधूरे रह सकते हैं।

केंद्र सरकार की ओर से पैन से आधार कार्ड को लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। हालाकि बिना जुर्माना के आधार से पैन को लिंक करने की अंतिम तारीख 31 मार्च 2022 थी, लेकिन 500 रुपए जुर्माना के साथ पैन से आधार को लिंक करने की अंतिम तारीख 30 जून थी। इसके बाद यानी अभी पैन से आधार को लिंक करने के लिए डबल जुर्माना 1000 रुपए देना होगा। वहीं यूजर्स पैन और आधार को 31 मार्च 2023 के बाद आप इन्‍हें लिंक नहीं कर पाएंगे।

क्‍या होता है PAN?

यह 10 अंकों का अल्‍फान्‍यूमेरिक नंबर होता है, जिसका उपयोग वित्तीय लेनदेन, बैंक, टैक्‍स और अन्‍य वित्तीय कामों के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें पैन यूजर्स की पूरी वित्तीय जानकारी होती है, जो आयकर विभाग के पास सेव रहती है। केवल पैन को ट्रैक करके आयकर विभाग व्‍यक्ति के व‍ित्तीय लेनदेन की पूरी जानकारी ले सकता है।

AADHAAR क्‍या होता है?

आधार कार्ड में 12 अंकों का नंबर होता है, जो किसी भी भारतीय नागरिक के पहचान को बताता है। आधार में किसी भी भारतीय निवासी के बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारियां सेव रहती है। आधार को देश के नागरिकों के लिए यूआईडीएआई नामक संस्‍था जारी करती है। इसका उपयोग पहचान पत्र के तौर पर देश में कहीं भी किया जा सकता है।

PAN और AADHAAR Card में क्‍या होता है अंतर?

परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) का मुख्‍य उद्देश्‍य हर वित्तीय लेनदेन को ट्रैक करने और पहचान करने का है। इसे इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की ओर से CBDT के निर्देशों पर यूजर्स के लिए जारी किया जाता है। पैन का सबसे महत्वपूर्ण काम यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक नागरिक अपने करों का भुगतान कर रहा है या नहीं।

Aadhaar Card एक UID का यूनिक नंबर होता है, जो केंद्र सरकार की एजेंसी यूनिक आईडेटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की ओर से जारी किया जाता है। सरकार भारत के प्रत्येक पंजीकृत नागरिक के बारे में जानकारी युक्त एक डेटाबेस रखने का इरादा रखती है। किसी व्यक्ति की पर्सनल जानकारी के अलावा, यह उनकी तस्वीर, उंगलियों के निशान और आईरिस स्कैन भी रखता है। सूचना की इस सिस्‍टम के साथ, सिस्टम में डेटा के साथ अपने डेटा को केवल क्रॉस-रेफ़रेंस करके किसी व्यक्ति की पहचान करना बहुत आसान हो जाता है।

PAN और AADHAAR को लेकर क्‍या होता है मेन कंफ्यूजन

इन दोनों डाक्‍यूमेंट को लेकर सबसे बड़ा कन्‍फूजन, इस बात का होता है कि पैन और आधार का उपयोग पहचान पत्र के तौर पर किया जाता है। हालाकि दोनों दस्तावेज एक दूसरे से पूरी तरह से अलग हैं और एक व्यक्ति के जीवन में कहीं अधिक महत्वपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति करते हैं।

PAN और Aadhaar में किस तरह का होता है डाटा

पैन कार्ड में अकाउंट नंबर, नाम, डेट ऑफ बर्थ, एड्रेस और सिग्‍नेचर की जानकारी होती है तो वहीं आधार कार्ड में फोटोग्राफ, आइरिस स्‍कैन, फिंगरप्रिंट, नाम, पता, जन्‍मतिथि और सिग्‍नेचर आदि डेटा की जानकारी दी गई होती है।