दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) जल्द ही नियर-फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) नामक एक नई प्रणाली के तहत एक अपग्रेडेड कॉन्टैक्टलेस टिकटिंग सिस्टम लाने जा रहा है। इसके आने से यात्री स्मार्ट कार्ड के अलावा अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड, नियर-फील्ड संचार, क्यूआर कोड-आधारित टिकटिंग मोबाइल फोन और पेपर क्यूआर टिकट से यात्रा के लिए भुगतान कर सकेंगे। यानी कि आपके पास मेट्रो कार्ड व टोकन न होने पर भी आप मेट्रो में सफर कर सकते हैं। यह सुविधा फिलहाल केवल राजधानी में एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर दी गई है।

डीएमआरसी चौथे चरण के दौरान दिल्ली के 44 मेट्रो स्टेशनों पर जल्द ही ऑटोमेटिक फेयर मशीन (एएफसी) सिस्टम लगाएगी। इसके अलावा मौजूदा स्टेशन पर लगे एएफसी गेट्स को भी अपडेट करेगी। यात्रियों को प्रवेश पाने के लिए अपने फोन को स्वचालित किराया संग्रह (एएफसी) गेट के करीब लाना होगा। स्पर्श करने पर या फ़ोन के निकट होने पर डिवाइस AFC गेट के साथ रेडियो संचार के साथ काम करना शुरू कर देगा और गेट ओपेन हो जाएगा। डीएमआसी ने बताया कि इससे बिना परेशानी के लेनदेन के साथ ही डिजिटलीकरण को प्रोत्‍साहन मिलेगा।

बिना कार्ड के मेट्रो में सफर की सुविधा कोच्चि और नागपुर जैसे कुछ महानगरों में उपलब्ध है। हालांकि, यात्री अपने मेट्रो किराए का भुगतान करने के लिए केवल विशेष बैंकों के डेबिट या क्रेडिट कार्ड का ही उपयोग किया जाएगा। डीएमआरसी के जानकारी के अनुसार RuPay पोर्टल के माध्यम से सभी बैंकों से लेनदेन स्वीकार किया जाएगा।

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जल्द ही मेट्रो किराए का भुगतान इन माध्‍यमों से भी कर सकेंगे

  1. स्मार्ट कार्ड
  2. नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड
  3. मोबाइल आधारित एनएफसी
  4. मोबाइल क्यूआर कोड
  5. पेपर क्यूआर टिकट

रिपोर्ट्स में यह भी जानकारी दी गई है कि इस नए सिस्टम के तहत स्मार्ट कार्ड के जरिए पेनल्टी में कटौती भी संभव होगी। फिलहाल यात्री को बाहर निकलने के समय जुर्माना भरना पड़ता है और ग्राहक सेवा विंडो पर जाना होता है। डीएमआरसी पहले और दूसरे चरण के स्टेशनों पर ग्राहक सेवा में टिकटिंग मशीनों के साथ पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) टर्मिनलों को भी लगाने जा रहा है, इसके तहत स्मार्ट कार्ड को पीओएस से भी रिचार्ज किया जा सकता है।