अगर आप लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) 1 दिसंबर 2019 से कंपनी अपने प्लानंस और प्रपोसल फॉर्म में बड़े बदलवा करने जा रही है। इंश्योरेंस रेगुलेटरी अथॉरटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) के नई गाइडलाइन्स के लागू होने के बाद एलआईसी के नए प्रपोसल फॉर्म अब पहले से ज्यादा लंबे और कंप्रिहेंसिव होंगे।

उदाहरण के तौर पर वयस्क आवेदकों के लिए प्रपोसल फॉर्म 300 मौजूदा समय में 8 पेज का है। लेकिन 1 दिसंबर से यह 11 पेज को होगा। संशोधित प्रपोसल फॉर्म चार भागों में विभाजित होंगे। भाग I में, प्रपोसर की जानकारी, भाग II में प्लान्स की जानकारी, भाग III में निजी और फैमिली हेल्थ और आदतों के बारे में जानकारी मांगी जाएगी। वहीं भाग IV में एश्योर्ड/प्रपोसर की जानकारी मांगी जाएगी।

प्रपोसर की जानकारी के लिए भाग I में इक्विटी निवेश और टैक्स रेजिडेंसी के लिए कड़े केवाईसी मानदंड होंगे। इसके अलावा अब नॉमिनी की आईडी की भी जरूरत होगी। वहीं अगर पॉलिसीधारक नाबालिग है तो उसके नाम, हस्ताक्षर और अब अपॉइंटी की आईडी प्रूफ की जरूरत होगी।

भाग II में, इंश्योरेंस प्लान की जानकारियां, राइडर की जानकारी दर्ज करनी होगी। अगर आप ‘जीवन अमर’ टर्म प्लान में निवेश करने जा रहे हैं तो अब आपको स्मोकिंग, सम एश्योरर्ड का लेवल और इसे कब बढ़ाना है इसकी जानकारी मांगी जाएगी। इसके अलावा आपसे हेल्थ इंश्योरेंस के लिए न सिर्फ आपके माता-पिता और भाई बहनों की बीमारी की जानकारी तो मांगी ही जाएगी लेकिन साथ में यह भी पूछा जाएगा कि क्या आपके परिवार में हृदय रोग, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप से किसी की मृत्यु हुई है या नहीं।

इसमें मधुमेह मेलेटस, कैंसर, किडनी रोग या कोई वंशानुगत विकार, पागलपन, या कोई संक्रामक रोग जैसे तपेदिक, हेपेटाइटिस, एड्स / एचआईवी आदि बीमारियों से हुई मौतों के बारे में पूछा जाएगा। अगर ऐसा होता है तो आपको बीमारी का नाम, रिश्तेदार से संबंध और बीमारी का पता लगाने की डेट/ वर्ष आदि का जिक्र करना अनिवार्य होगा। वहीं भाग IV के घोषणा भाग में मौजूदा समस में किसी भी ग्राहक को कुल 4 जगहों पर हस्ताक्षर करने होते हैं लेकिन संशोधित फॉर्म में अब कुल 7 जगहों पर ऐसा करना होगा।