IRCTC Indian Railways New Train Ujjain-Varanasi Route: धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से काफी अहम उज्जैन और काशी को ट्रेन रूट से जोड़ने के लिए रेलवे ने बड़ा प्रयास शुरू किया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि उज्जैन में महाकाल और वाराणसी में काशी विश्वनाथ में जाने के लिए एक निजी ट्रेन जल्द ही इंदौर से शुरू की जाएगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल रविवार को इंदौर में थे और उन्होंने इसी दौरान इस बात का ऐलान किया। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक भारतीय रेलवे ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए एक रात में ही यह दूरी तय करने वाली उज्जैन-वाराणसी ट्रेन शुरू करने का फैसला किया है। ट्रेन से एक रात में यह सफर पूरा होने के बाद तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा भी मिलेगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे क्षेत्र में बड़ा निवेश जुटाने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अपनाए जाने पर जोर दिया है। रेल मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि ‘बुनियादी ढांचे की कमियों के चलते कुछ यात्री गाड़ियां आज भी अशोक कुमार के गीत “रेलगाड़ी” की तर्ज पर छुक-छुक (धीरे-धीरे) करके चलती हैं। निजी क्षेत्र की मदद से हम देश भर में धीमी गति की रेलगाड़ियों का जमाना खत्म करके उसी तरह तेज रफ्तार से चलने वाली मेमू रेलगाड़ियां और बिजली चालित अन्य सवारी रेलगाड़ियां चला सकेंगे, जैसे मुंबई के उपनगरीय इलाकों में यात्री ट्रेनें चलायी जा रही हैं।’
इन प्रस्तावों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि ‘इन प्रस्तावों के खिलाफ आम लोग हल्ला नहीं कर रहे हैं। शायद आपको कहीं और हल्ला दिख रहा है। लोग तो इस बात का स्वागत कर रहे हैं कि भारतीय रेल नये युग में प्रवेश कर रही है।’ उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय ने देश भर में रेलवे ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण के जरिये यात्री गाड़ियों तथा मालगाड़ियों में सुविधाएं बढ़ाने के लिये अगले 12 साल में 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य तय किया है।
हालांकि रेलवे के निजी हाथों में चले जाने की आशंकाओं को खारिज करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेल इस देश और इसके लोगों की धरोहर है और यह धरोहर आगे भी बनी रहेगी और रेलवे के सूत्र सरकार के ही हाथों में रहेंगे।