धार्मिक यात्रा पर जाने का प्लान बनाने वाले लोगों के लिए IRCTC समय-समय पर स्कीम पेश करता रहता है। ऐसे में आईआरसीटीसी आपके लिए बहुत ही शानदार धार्मिक टूर पैकेज लेकर आया है। इस पैकेज के तहत आप कुंभ नगरी प्रयागराज, प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या और महादेव की नगरी काशी की यात्रा कर सकेंगे। यह तीनों तीर्थों को जोड़ने वाली एक अच्छी यात्रा होने वाली है। इस यात्रा के तहत 4 रात और 5 दिन में आप इन जगहों पर जाकर दर्शन कर सकते हैं। दरअसल यह यात्रा मुख्य रूप से दक्षिण भारत में रहने वाले लोगों के लिए हैं। इस यात्रा की शुरुआत केरल के कोच्चि से होगी।
दुनिया के पुराने शहरों में शुमार काशी जाने की इच्छा हर शिव भक्त की होती है। अयोध्या प्रभु श्री राम की नगरी है। जहां इस साल सबसे ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे हैं। वहीं तीर्थ राज प्रयाग में इस साल कुंभ लग रहा है। आइए जानते हैं काशी, अयोध्या और प्रयागराज आईआरसीटीसी के पैकेज ज्यादा किफायती हो सकता है।
पूरी तरह से होगी हवाई यात्रा
इस पैकेज का नाम ‘Holy Kashi with Ayodhya Darshan’ रखा गया है। इस पैकेज के तहत आप काशी, प्रयागराज और अयोध्या का टूर कर सकते हैं। यह यात्रा नए साल में 17 जनवरी से शुरू होगी। इस पैकेज के तहत 4 रात और 5 दिन की यात्रा कराई जाएगी। यह यात्रा पूरी तरह से हवाई जहाज से करवाई जाएगी। इस यात्रा हवाई जहाज, बस, होटल खाना आदि शामिल रहेगा।
दुनिया का सांस्कृतिक केंद्र है काशी
काशी हजार सालों से भारत समेत दुनिया का सांस्कृतिक केंद्र रहा है। काशी का गंगा से गहरा नाता है। इसे घाटों का शहर भी कहा जाता है। यहां विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर है। यह स्थान भगवान शिव को प्रिय माना जाता है। कई हिंदू मानते हैं कि यह वह मंदिर है जहाँ हर कोई मोक्ष प्राप्त कर सकता है।
कुंभ नगरी को कहा जाता है तीर्थ राज
प्रयागराज को हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है। गंगा-यमुना और सरस्वती के संगम की वजह से इसे प्रयाग कहा जाता है। इसी वजह से यहां की महत्ता भी बढ़ जाती है। इसलिए इसे तीर्थ राज प्रयाग या प्रयागराज कहा जाता है। इस साल प्रयागराज में महाकुंभ का मेला रहा है। जो 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा।
इसी साल अयोध्या में हुई है प्राण प्रतिष्ठा
भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या पवित्र सरयू नदी के तट पर बसा है। अयोध्या भारत का एक प्राचीन शहर है। यह स्थान भगवान श्री राम की जन्मस्थली होने के कारण सबसे अधिक पूजनीय है। इसी साल अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई है।