भारतीय रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदलने और आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने के प्रयास में पूरी तरह से जुट चुका है। हाल ही में कैबिनेट मीटिंग के बाद घोषणा की गई थी कि भारत के तीन बड़े स्टेशनों नई दिल्ली, अहमदाबाद और मुंबई, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस का पूरी तरह से कायाकल्प करने की मंजूरी दी गई थी। वहीं अब रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने सोमवार, (3 अक्टूबर, 2022) को घोषणा की है कि भारत के 200 रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदली जाएगी। इन स्टेशनों को आधुनिक और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के साथ जोड़ा जाएगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी महाराष्ट्र के औरंगाबाद रेलवे स्टेशन पर एक कोच रखरखाव कारखाने के शिलान्यास समारोह में भाग लेने के दौरान दी है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि स्टेशनों के कायाकल्प के लिए कदम बढ़ाया जा चुका है और 47 रेलवे स्टेशनों की टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है, जबकि 32 स्टेशनों पर काम शुरू हो चुका है।
इन सुविधाओं से बदलेगी स्टेशनों की तस्वीर
वैष्णव ने कहा कि सरकार ने 200 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है। स्टेशनों पर ओवरहेड स्पेस बनाए जाएंगे, जिसमें बच्चों के लिए मनोरंजन सुविधाओं के अलावा वेटिंग लाउंज और फूड कोर्ट सहित वर्ल्ड क्लास सुविधाएं होंगी। साथ ही कुछ अन्य जरूरी सुविधाओं को जोड़ा जाएगा, ताकि यात्रियों को पूरी सुविधा मिल सके।
कायाकल्प से स्थानीय वस्तुओं को मिलेगा बढ़ावा
रेल मंत्री ने आगे कहा इन स्टेशनों के कायाकल्प से क्षेत्रीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा मिलने के साथ ही बिक्री का एक मंच मिलेगा। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत के लिए बनने वाली 400 वंदे भारत ट्रेनों में से 100 का निर्माण लातूर, मराठावाड़ा में कोच फैक्ट्री में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम गति शक्ति योजना के तहत देश के सभी हिस्से अब राजमार्ग या रेलवे से जुड़ गए हैं।
मंत्री ने दिया निर्देश
बता दें कि वर्तमान में औरंगाबाद में कोच रखरखाव सुविधा में 18 कोचों की क्षमता है, लेकिन क्षमता को 24 कोचों तक बढ़ाने की मांग की जा रही है। इस पर वैष्णव ने मांग की समीक्षा के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को अगले 15 दिनों में इसके लिए प्रस्ताव भेजने का भी निर्देश दिया है।