उत्तर प्रदेश में रविवार (12 दिसंबर, 2021) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाभार्थियों को नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस सरकारी राशन वितरण महाअभियान के आगाज के साथ सूबे के 15 करोड़ लोगों को अब से होली तक दोगुना राशन मिल सकेगा। लाभार्थियों को इसके तहत अनाज (गेहूं और चावल) के साथ चना/दाल, तेल और नमक भी मुफ्त दिया जाएगा।

सूबे की राजधानी लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा, “यही प्रयास है कि डबल इंजन की सरकार का डबल खाद्यान्न का लाभ भी हर जरूरतमंद को मिले। आज इसी खाद्यान्न वितरण का शुभारंभ किया जा रहा है।” उन्होंने दावा किया- पिछली सरकारों में गरीबों के राशन पर खाद्यान्न माफियाओं का डाका पड़ जाता था। जो राशन गरीबों को मिलना चाहिए था वह उन्हें नहीं मिल पाता था। बकौल मुख्यमंत्री, “जब वो लोग सत्ता में थे तब गरीबों को राशन नहीं मिलता था, स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल थीं, अपराधियों पर दुलार आता था। जब सत्ता हाथ से चली गयी तो वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार शुरू कर दिया।”

केंद्र और राज्य सरकार की ओर से इस योजना का फायदा अंत्योदय और पात्र घरेलू राशन कार्ड धारकों को दिया जाएगा। हर अंत्योदय राशन कार्ड पर 35 किलोग्राम खाद्यान्न वितरित किया जाएगा। इसमें 20 किलो गेहूं, 15 किलो चावल, एक किलो नमक (आयोडीन युक्त), एक किलो चना दाल और एक लीटर खाने वाला तेल (सरसों तेल/रिफायंड ऑइल) शामिल है। जानकारी के मुताबिक, गृहस्थी योजना वाले कार्डधारकों को तीन किलो गेहूं, दो किलो चावल के साथ नमक, चना दाल और तेल बांटा जाएगा।

इस बीच, शुक्रवार को यह जानकारी भी सामने आई कि आठ साल में चार करोड़ रुपए से अधिक के फर्जी राशन कार्ड को कैंसल किया गया। उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण की राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने बताया कि सरकार ने साल 2014 से 2021 के बीच 4.28 करोड़ बोगस राशन कार्ड्स को कैंसल कर दिया।