Coronavirus Crisis in India: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का सबसे ताजा स्वरूप ओमिक्रॉन अभी भी देश के लिए चिंता का सबब बना है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह मौजूदा समय में कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाले चरण में है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह कई महानगरों में हावी हो गया है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। ये बातें Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium (INSACOG) ने अपने ताजा बुलेटिन में कही हैं।

रविवार (23 जनवरी, 2022) को जारी किए अपने 10 जनवरी वाले बुलेटिन के जरिए INSACOG कहा कि अब तक के ज्यादातर ओमिक्रॉन केस बगैर लक्षण वाले या फिर हल्के हैं। मौजूदा लहर (भारत में कोरोना की तीसरी लहर) में मरीजों के अस्पताल में और आईसीयू में भर्ती होने मामले बढ़ गए हैं और खतरे का स्तर अपरिवर्तित बना है।

INSACOG, संयुक्त रूप से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा शुरू किया गया, SARS-CoV-2 में जीनोमिक विविधताओं की निगरानी के लिए 38 प्रयोगशालाओं का एक कंसोर्टियम (संघ) है।

इस बीच, भारत में 24 घंटे में कोरोना के 3,33,533 नए मामले आए। देश में संक्रमितों की कुल संख्या इसके बाद बढ़कर 3,92,37,264 हो गई। रविवार (23 जनवरी, 2022) को स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में यह भी बताया गया कि हिंदुस्तान में फिलहाल जिन संक्रमितों का इलाज चल रहा है, उनकी संख्या बढ़कर 21,87,205 हो गई है। वहीं, 24 घंटे में 525 संक्रमितों की मौत हो गई, जिसके बाद देश में इस महामारी से जान गंवाने वालों का कुल आंकड़ा 4,89,409 तक पहुंच गया।

मंत्रालय की ओर से कहा गया कि मौजूदा समय में देश में संक्रमण के कुल मामलों में से 5.57% मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि रिकवरी रेट (मरीजों के ठीक होने की दर) 93.18% है। डेटा बताता है कि 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 73,840 का इजाफा हुआ। डेली इन्फेक्शन रेट 17.78%, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 16.87 प्रतिशत है। बता दें कि कोरोना का सबसे ताजा वेरियंट यानी कि ओमिक्रॉन भले ही अभी तक धीमे-धीमे हल्का असर दिखा रहा हो, पर यह फैलता बहुत तेजी से है।