उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के चलते एक बार फिर यूपी में नेताओं की बयानबाजी हो रही है। इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए विरोधियों पर हमला बोला है। सीएम योगी ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में फिरौती नहीं चलती है, उत्तर प्रदेश में सब चंगा है। सीएम योगी का यह वीडियो कोई लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
चुनाव प्रचार की शुरुआत में क्या बोले सीएम योगी?
सीएम योगी आदित्यनाथ 24 अप्रैल को सहरानपुर पहुंचे थे, जहां एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि अब यूपी में कर्फ्यू नहीं कांवड़ यात्रा निकलती है। माफिया नहीं महोत्सव हमारी पहचान है। पहले सहारनपुर में बिजली नहीं आती थी, दंगे होते थे, कर्फ्यू लगते थे। उन्होंने कहा कि आज यूपी नो कर्फ्यू नो दंगा नो दंगा यूपी में सब ओर चंगा। रंगदारी न फिरौती अब यूपी नहीं है किसी की बपौती। माफिया अपराधी हो या अतीक, सुरक्षा, रोजगार का अब बना है प्रतीक। अब उपद्रव नहीं उत्सव हमारी पहचान है।
सीएम योगी के इस बयान पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
@Ashishm75884024 यूजर ने लिखा कि उत्तर प्रदेश कानून का राज कहां है? यूपी तो बस योगी आदित्यनाथ का राज है। @ashwaniyp48 यूजर ने लिखा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ के ऊपर कितने मुकदमे थे? वह भी बताने की कृपा करें। @AajadTiger यूजर ने लिखा कि मजा नहीं आया योगी जी 6 साल पूरे हुए काम का नाम बता नहीं पा रहे हैं। 6 साल बाद आज भी काम की जगह दंगा-दंगा कर रहे हैं। क्योंकि नफरत बांटने से काम नहीं चलता।
एक यूजर ने लिखा कि आप के कहने का क्या यह मतलब है? अब माफिया अपराधी सब सरकार में शामिल होकर दंगाई सरकार चला रहे हैं। पंकज कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि तीन लड़के आकर पुलिस कस्टडी में गोली मार जाते हैं और राम राज की दुहाई करते फिर रहे हो। एक अन्य यूजर ने लिखा कि यूपी में बीजेपी के विधायक, सांसद मालामाल हो रहे हैं। वही सरकारी संस्था ध्वस्त हो रही हैं बाबा जी भर्ती कब आयेगी, ये भी बता दीजिये।
बता दें कि सीएम योगी ने नगर निकाय चुनाव में प्रचार की शुरुआत सहारनपुर से की। उन्होंने कहा कि अब यूपी में कर्फ्यू नहीं कांवड़ यात्रा निकलती है। माफिया नहीं महोत्सव हमारी पहचान है। प्रचार की शुरुआत सहारनपुर से कर रहा हूं। मां शाकंबरी की कृपा बनी रहे। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ बिना किसी भेदभाव के यूपी को मिला है, योगी ने कहा कि हमने किसी का चेहरा नहीं देखा। सबका साथ सबका विकास से कार्य किया।