उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जोरदार तैयारी करते नजर आ रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान वह अपने सरकार के कामकाज को जनता तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं वहीं विपक्ष पर भी लगातार हमला कर रहे हैं। सीएम योगी न केवल अपने भाषणों के जरिए बल्कि सोशल मीडिया पर भी वह खूब एक्टिव हैं।

यूपी सीएम अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दलितों को लेकर आधा दर्जन से अधिक ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने अपनी मेहनत व बुद्धिमता से भारत को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया। उनका त्याग में जीवन हमें आत्मविस्मृति से उभार कर अपने गौरवशाली अतीत के साथ पुनः जोड़ने को प्रेरित करते हैं।

इस तरह से उन्होंने काशी में संत शिरोमणि रविदास, काशी के डोम राजा, हिंदू समाज महाराजा सुहेलदेव को लेकर भी ट्वीट किया है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया आ रही हैं। @profdilipmandal नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि यूपी के मुख्यमंत्री ने आज चंद मिनटों के अंतर अनुसूचित जाति और उनसे जुड़े मुद्दों को लेकर आधा दर्जन से ज्यादा ट्वीट किए हैं। बौखला गए हैं योगी। कुछ का कुछ लिखे जा रहे हैं। उनको हुआ क्या है? आपको क्या लगता है?

पत्रकार साक्षी जोशी ने लिखा कि यूपी में ठाकुर सीएम बनाएं तो चलेगा लेकिन पंजाब में दलित सीएम कैसे बना दिया। फ़ोटो के लिए दलित के पैर धोएंगे लेकिन सीएम बनाने में इतनी तकलीफ़ है कि इससे पहले देश में कोई और दलित सीएम ही नहीं है दलित सिर्फ फ़ोटो और वोट के लिए हैं क्या? कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने योगी आदित्यनाथ के ट्वीट पर लिखा कि चलिए, योगी जी ने मान लिया कि इन्हें अनुसूचित जाति दिखती ही नहीं है। पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा है कि ओबीसी दलित को नींव में ही रखो, खुद उन पर राज करो, वाह योगी जी।

सूरज कुमार बौद्ध नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि सुनिए योगी जी, हमें भवन बनना है। नींव की ईंट बनकर दफन नहीं होना। सुझाव है कि आप सवर्ण लोग नींव बनकर भवन की खूबसूरती बढ़ाएं। वहीं एक टि्वटर हैंडल से केशव प्रसाद मौर्य की फोटो डालते हुए लिखा गया है कि नींव से निकल कर छत पर लगने को उत्सुक एक पक्की ईंट।