उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। राजनीतिक दल सत्ता में अपनी जगह बनाने के लिए मैदान में उतर गए हैं। जहां सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी फिर से यूपी की सियासत पर काबिज़ होना चाहती है वहीं विपक्षी पार्टियां सरकार में अपनी वापसी के लिए राजनीतिक समीकरण साधने में लगी हुई हैं।
बीजेपी सरकार का दावा है कि एक बार फिर से यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार की वापसी तय हैं। योगी सरकार का मानना है कि यूपी से गुंडाराज पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। एक न्यूज़ चैनल पर हो रही चुनावी चर्चा में हिस्सा लेने पहुंचे यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि क्रिमिनल्स को चाय पिलाने वालों का घर ढहा देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को अपनी पार्टी के लिए खतरा बताते हुए कहा कि उनकी वजह से हमारी कुछ सीट कम हो सकती हैं।
इस इंटरव्यू के दौरान एंकर ने स्वतंत्र देव सिंह से पूछा कि आप पर बार-बार आरोप लगाया जाता है कि आप लोग अपना फायदा पाने के लिए असदुद्दीन ओवैसी को चुनावी मैदान में हर जगह उतार देते हैं। यूपी में भी वही करने वह आ गए हैं? एंकर के सवाल पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि हमें ऐसा नहीं लगता है हमें तो इस बात का डर है कहीं वह 10 – 15 सीट न ले जाए.. बिहार की तरह.. जैसे वहां हमें 5 सीट का नुकसान कराया था।
इस जवाब पर पूछा गया कि तो फिर आप को फायदा होगा? यूपी बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि हमारा तो नुकसान ही होगा, फायदा कहां से होगा? अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से कह दूं कि हमारा किसी धर्म से झगड़ा नहीं है। हम लोगों की इतनी सी इच्छा है कि सभी का विकास होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यूपी में गुंडागर्दी और आतंकवाद न हो क्योंकि यह इतना खतरनाक शब्द है। उन्होंने यूपी में सुशासन की बात करते हुए कहा कि कोई अगर किसी गुंडे को सम्मान से अपने बेडरूम में बैठा कर चाय पिला दिया न तो मकान ध्वस्त हो जाता है और परिवार तबाह हो जाता है। हमेशा शरीफों का सम्मान करना चाहिए। हमेशा अनुशासित लोगों का सम्मान करना चाहिए।