20 सितंबर को उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू हुआ। सत्ता और विपक्ष के नेताओं के बीच जमकर बहस हुई। अखिलेश यादव जमकर भाजपा पर बरसे। वहीं उपमुख्यमंत्री, सह स्वास्थ्यमंत्री का बिना नाम लिए अखिलेश यादव ने कहा कि आप सिर्फ छापा मंत्री ही बने रहोगे या कुछ काम भी करोगे! ट्वीट कर भी अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
अखिलेश यादव ने ऐसे कसा तंज
अखिलेश यादव ने विधानसभा में कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की हालात बेहद खराब है, आजमगढ़ के क्या हालात हैं, आप बेहतर जानते हैं। जो नए अस्पताल बनाये जा रहे हैं उनके भी हालात आपको पता हैं। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि हमारे उपमुख्यमंत्री जहां जाते हैं छापा मारते हैं और फिर कहते हैं कि हम शर्मिंदा हैं। यहां क्या छापा मारने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि अरे छापा मंत्री बनोगे या कुछ कार्रवाई भी करोगे?
ब्रजेश पाठक पर अखिलेश ने बोला हमला
अखिलेश यादव ने कहा कि जैसे झोला छाप डॉक्टरों को कोई नहीं पूछता, वैसे इनकी हालत होने जा रही है। इनके विभाग में ट्रान्सफर हो गए, इन्हें पता तक नहीं है, जो घटनाएं हुई हैं, मैं सब जानता हूं। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल क्यों है? एंबुलेंस गांवों में क्यों नहीं पहुंच पा रही है? स्ट्रेचर तक के लिए घूस मांगने की हिम्मत के पीछे कौन है?
अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @indianguru3663 यूजर ने लिखा कि सपा सरकार ने तो यूपी की जनता का लिए बड़े अच्छे काम किए थे? जब कोई नया उद्घाटन करें तब तो आप बोल देते हैं कि ये हमारे समय का कार्य है फिर जो कमियां आप दिखा रहे हैं, वो इस सरकार के समय की कैसे हो सकती है? एक यूजर ने लिखा कि ऐसा कह रहे हो जैसा कि आप के समय सब ईमानदारी से कार्य होता था।
@Santosh_Rst यूजर ने लिखा कि विधानसभा की कार्यवाही देखने पर या पता चला कि विपक्ष के नेता जो भी मुद्दा सरकार के सामने उठा रहे हैं, सरकार का सिर्फ एक ही जवाब होता है कि पिछली सरकारों ने क्या किया! अनूप सिंह नाम के यूजर ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए लिखा कि पहले गांव में एंबुलेंस तो क्या डॉक्टर और कभी-कभी तो अस्पताल खुद गांव पहुंच जाता था।
बता दें कि स्वास्थय सुविधाओं को लेकर अखिलेश ने बिना नाम लिए उपमुख्यमंत्री कहकर तंज कसा लेकिन किसी का नाम नहीं लिया। हालांकि अखिलेश के बयान से साफ समझा जा सकता है कि वह उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पर तंज कस रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार निजीकरण का रास्ता अपना रही है, मरीज ठेले पर अस्पताल जा रहे हैं तो एंबुलेंस कहां हैं।