बीजेपी से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा एक टीवी चैनल पर मोहम्मद पैगंबर को लेकर दी गई टिप्पणी के बाद उत्तर प्रदेश सहित देश के कई शहरों में हिंसा और पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। यूपी में हुई हिंसा के बाद सीएम योगी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। जब के बाद ही प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद पंप के घर पर बुलडोजर चलाया गया। बुलडोजर चलाए जाने के बाद यूपी सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर लोग दो भागों में बंटे हुए नजर आ रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स यूपी सीएम की कार्रवाई को सही बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग संविधान का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साध रहे। इसी क्रम में टाइम्स नाउ नवभारत चैनल के पत्रकार सुशांत सिन्हा ने भी इसी विषय पर एक ट्वीट किया।
पत्रकार का ट्वीट : सुशांत सिन्हा के सोशल मीडिया हैंडल से कमेंट किया गया कि बुलडोजर चलने से पत्थरबाज और उनके समर्थक इकोसिस्टम नाराज क्यों है भाई? उन्हें तो धन्यवाद करना चाहिए कि मलबे में उन्हें और पत्थर मुफ्त में दिए गए हैं, लेकर उसे भी रख लो। अगली बार काम आ जाएंगे। सुशांत सिन्हा द्वारा किए गए इस ट्वीट पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स उनका समर्थन करते नजर आए तो वहीं कुछ लोगों ने ट्रोल किया।
यूजर्स के रिएक्शन : विजय शर्मा नाम के एक सोशल मीडिया यूजर्स सवाल करते हैं कि इस देश में कोर्ट और कानून नहीं रह गया है क्या? अंजली नाम की एक यूजर ने कहा – यह कैसा आईडिया दिया जा रहा है? दीपक थापा नाम के एक यूजर ने लिखा कि योगी जी ने अगले जुम्मे की नमाज का भी प्रबंध कर दिया है। फ्री का राशन और फ्री के पत्थर। इन्हें करना ही क्या है? ताहिर खान नाम के एक यूजर ने लिखा कि नाजायज कार्यवाही को जायज ठहराना, कुछ लोगों को तो ना संविधान से मतलब है और ना ही इंसानियत से मतलब है।
योगी आदित्यनाथ ने दिया ऐसा निर्देश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कहा गया है कि बुलडोजर की कार्यवाही पेशेवर अपराधियों/ माफियाओं के विरुद्ध है। यह कार्रवाई सतत जारी रखी जाए। प्रदेश में किसी गरीब के घर पर गलती से भी कोई कार्यवाही नहीं होगी। जानकारी के लिए बता दें कि यूपी सरकार के बुलडोजर एक्शन के खिलाफ मंगलवार को जमीयत उलेमा – ए – हिंद की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।