केंद्र सरकार की हाल में ही लाई गई सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ स्कीम का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। देश के कई शहरों में हंगामा कर रहे छात्रों ने रेलगाड़ी के बोगी में आग भी लगा दी और कई जगह सड़क मार्गों को भी जाम किया गया। केंद्र सरकार की इस योजना पर विपक्षी दल के नेता भी कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। इसी पर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी।

स्वामी प्रसाद मौर्य का ट्वीट : स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा लिखा गया, ‘अग्निवीर सेना भर्ती के नाम पर बेरोजगार नौजवानों की योग्यता, क्षमता एवं प्रतिभा के साथ खिलवाड़ किये जाने की केंद्र सरकार की घिनौनी साजिश की घोर निंदा करता हूँ। यदि नौजवानों को सेना में सेवा करने का अवसर देना ही है तो अन्य सैन्य बल के जवानों की तरह पूर्णकालिक क्यों नहीं।’

एक अन्य ट्वीट में नरेंद्र मोदी सरकार को घेरते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि भाजपा सरकार की नीति है पहले नौजवानों को बेरोजगार बनाओ फिर मज़बूरी का फायदा उठाते हुए सेना में 4 साल की संविदा भर्ती कर नौकरी देने  की झूठी वाहवाही लूटो। यह नौकरी नहीं अपितु नौजवानों का शोषण है। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए तो इस पर कुछ लोग उन पर तंज कसते हुए कमेंट कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया है।

यूजर्स के रिएक्शन : विकास मिश्रा नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि आप कौन सा दूध के धुले हुए हैं स्वामी प्रसाद मौर्य जी। अगर आप सही होते तो चुनाव जीत जाते। कमलेश कुमार ने लिखा कि मान्यवर जी आपके द्वारा सौ टके की बात कही गई है। राहुल नाम की एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा – आप भी मैदान में आ गए, देखना बाबा बुलडोजर लेकर तैयार खड़े हैं। अनु शर्मा नाम के एक यूजर ने सवाल किया, ‘ ऐसी सरकार में आपने पौने 5 साल मलाई क्यों खाई? समय रहते वहां से क्यों नहीं निकल गए। अब अंगूर नहीं मिले तो कह रहे हो कि अंगूर खट्टे हैं।’

एके शुक्ला नाम के एक यूजर ने सवाल किया कि तुम कब से रक्षा विशेषज्ञ बन गए हो? मोनू नाम के एक यूजर ने पूछा – देश को बर्बादी की ओर क्यों ले जाना चाहते हो? सरकार की हर स्कीम का विरोध करना कहां तक ठीक है? जानकारी के लिए बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी इस स्कीम का विरोध करते हुए लिखा है कि देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है। ‘अग्निपथ’ से पथ पर अग्नि ना हो।