लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद करते हुए प्रदर्शन किया। बंद के जरिए इन पार्टियों ने मांग की है कि लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को 4 किसानों सहित आठ लोगों की मौत के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए। इसी विषय पर एक न्यूज़ चैनल पर चल रही डिबेट के दौरान एंकर ने एनसीपी प्रवक्ता से पूछा कि किसानों के लिए हमदर्दी दिखाने राजस्थान कब जाएंगे? इसको लेकर एंकर और एनसीपी प्रवक्ता एक दूसरे से उलझते नजर आए।

टाइम्स नाउ नवभारत न्यूज़ चैनल पर चल रही डिबेट के दौरान एंकर सुशांत सिन्हा ने एनसीपी प्रवक्ता बृज मोहन श्रीवास्तव से सवाल पूछा, लखीमपुर खीरी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दखल दिया है और जांच की जा रही है तो फिर महाराष्ट्र बंद करके क्यों आम लोगों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है?

एनसीपी प्रवक्ता ने कहा, मैं सबसे पहले इस डिबेट में भाजपा प्रवक्ता शाजिया इल्मी द्वारा पालघर में साधुओं की हत्या पर उठाए गए सवाल को लेकर कहना चाहूंगा कि यूपी के अंदर पिछले 5 साल में 31 से ज्यादा संतो की हत्या की गई है। जिनके अपराधी आज तक पकड़े नहीं गए हैं। लेकिन पालघर में दो संतों की हत्या के मामले में अभी तक 110 लोग जेल में हैं। उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछते हुए कहा, क्या उनके दिल में संतों के लिए दर्द नहीं होता है?

उन्होंने एंकर के द्वारा महाराष्ट्र बंद को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि अगर किसी भी किसान की हत्या की जाएगी तो महाराष्ट्र उनके साथ खड़ा होगा। इस जवाब पर एंकर ने पूछा, किसानों के लिए अगर आपको इतना दर्द है तो राजस्थान में जो किसान दौड़ा-दौड़ा कर पीटे जा रहे हैं? उसके लिए महाराष्ट्र में बंद कब है?

इसके जवाब में एनसीपी प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी राजस्थान में जाकर प्रदर्शन करें। एनसीपी प्रवक्ता की बात पर एंकर ने असहमति जताते हुए कहा कि जहां कांग्रेस की सरकार होती है वहां के किसानों का दर्द आपका दर्द नहीं होता है? कांग्रेस की सरकार कहीं भी किसानों को मार डाले तो आपको कोई दिक्कत नहीं है? इस दौरान एनसीपी प्रवक्ता और एंकर एक दूसरे से उलझते हुए दिखाई दिए।