पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) के निधन पर बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (BJP MP Subramanian Swamy) ने एक ट्ववीट किया। उनके द्वारा किये गए ट्ववीट पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्केंडेय काटजू (Markandey Katju) ने अपने एक आर्टिकल का लिंक शेयर किया। वहीं, सुब्रमण्यम स्वामी के ट्ववीट पर सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) ने कई तरह के सवाल किये। जिसमें से कई सवालों का जवाब सुब्रमण्यम स्वामी ने दिया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने किया ऐसा ट्ववीट
सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) के निधन पर लिखा,”पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल मुशर्रफ का निधन मेरे जैसे उन लोगों के लिए दुखद है, जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते थे। वह तख्तापलट के जरिए पाकिस्तान में सत्ता में आए लेकिन हमेशा भारत के साथ शांति का रिश्ता बनाने के लिए उत्सुक थे। बेशक, यह है कि वह एक पाकिस्तानी थे।”
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्केंडेय काटजू ने शेयर किया अपने आर्टिकल का लिंक
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्केंडेय काटजू ने सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा किये गए ट्ववीट पर अपने आर्टिकल का एक लिंक शेयर किया। जिसमें उन्होंने परवेज मुशर्रफ के निधन पर लिखा है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की मौत पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त कर रहे हैं, कुछ लोगों ने तो उनकी आसमान के बराबर तारीफ की है।
मार्केंडेय काटजू ने कहा,”मैं जब मार्केंडेय काटजू की आलोचना कर रहा हूं तो कुछ लोगों का कहना है कि किसी की मृत्यु पर इस तरह के कमेंट नहीं करने चाहिए।” इसके साथ उन्होंने लिखा कि इन लोगों के तर्क से तो किसी को हिटलर, मुसोलिनी, जनरल जिया-उल-हक, इदी अमीन, बतिस्ता, पिनोशेत, मुगाबे जैसे अत्याचारियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए क्योंकि वे मर चुके हैं। मुशर्रफ के बारे में सच्चाई क्या है? सच तो यह है कि वह एक तानाशाह था।
सुब्रमण्यम स्वामी के ट्ववीट पर लोगों के रिएक्शन
@WLilly837 नाम के एक यूजर ने लिखा- मुशर्रफ और मुलायम के लिए दुःख। आपके बारे में बहुत कुछ कहता है।” जिसके जवाब में सुब्रमण्यम स्वामी ने यूजर को महाभारत पढ़ने की सलाह देते हुए कहा कि आप महाभारत पढ़िए, वहां भी युद्ध के बाद दोनों पक्ष एक दूसरे के दाह संस्कार में गए थे। @UNagarajaRau नाम के एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया,”वह भारत से रिश्ता रखना चाहते थे? ऐसे कब हुआ था स्वामी सर? कारगिल से पहले या उसे से पहले? इसके जवाब में स्वामी ने कहा- कारगिल युद्ध में वे सेना के कमांडर इन चीफ थे। @mamtan14 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”इसने हमारी सेना का खून किया था, ऐसे लोगों की तारीफ़ मत कीजिये।