तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा कर लेने के बाद भारत में आधिकारिक तौर पर तालिबान से बातचीत की है। भारत और तालिबान की बातचीत पर विपक्ष ने नाराजगी जताते हुए सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा है कि संघी सरकार ने कंधार की यादें ताजा कर दी हैं।

अलका लांबा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि, ‘मोदी सरकार की तालिबानियों से बातचीत… कंधार की यादें ताज़ा कर दी कायर संघी सरकार ने। जल्द ही पाकिस्तानी आतंकियों के साथ भी कुछ यूं ही 56 इंच का फ़र्जी सीना बातचीत करता दिखे तो कोई बड़ी बात नही है। देश को अंधेरे और धोखे में रख कर क्या हासिल करना चाहते हैं पीएम मोदी?’ अलका लांबा के इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।

@imteyazvvit ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि मोदी जी की सोच भी तालिबानियों से मिलती है। एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि ये जो दिखावा करते हैं, वह हैं नहीं.. इनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क है। @Mirajkh05272217 ट्विटर अकाउंट से कमेंट आया कि पहले तो तालिबानी आतंकी थे अब सच्चे दोस्त हो गए यह कैसा दौरा विचार हैं सभी मुसलमान भाइयों को आतंकी घोषित किया जाता था अब यह क्या हुआ?

एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि लगता है मोदी सरकार तालिबान से समझौता करके भारत को भी इस्लामिक स्टेट बनाएगी। वाह, अच्छे दिन जल्दी आएंगे। @Amir_Capri ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि मोदी जी तालिबान से दोस्ती करें तो मास्टर स्ट्रोक… राहुल गांधी चाइनीज़ फूड भी खा लें तो देशद्रोही?

बता दें कि भारत के इस कदम पर शिवसेना से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी केंद्र सरकार पर सवाल खड़ा किया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने मोदी सरकार पर निशाना साधकर ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘तालिबान और बीजेपी सरकार : चीखते रहे TV और रैलीज़ में, देश में तालिबान के नाम पर ज़हर घोलनै, अब चले हैं दोस्ती करने। उन लोगों से जिनसे थे ख़फ़ा, आज करने चले उनसे वफ़ा।’