प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के चीफ शिवपाल सिंह ने दावा किया है कि यूपी विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव उनके लिए प्रचार करेंगे। उनता कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता एक बड़ी पार्टी से गठजोड़ करने की है। उनकी कोशिश है कि सपा से तालमेल हो जाए। इसके लिए वह प्रयासरत हैं। उनका दावा है कि मुलायम सिंह यादव खुद चाहते हैं कि अखिलेश से उनकी दोस्ती हो जाए पर अगर ऐसा नहीं हुआ तो बड़े भाई का आर्शिवाद उन्हें ही मिलने जा रहा है।
एक समाचार एजेंसी से बात में शिवपाल ने कहा कि मैंने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से बात की। उन्होंने पूछा कब एक हो रहे हो? मैंने कहा अखिलेश को बुला लो हम 3 लोग बात कर लेंगे। नेताजी ने कहा कि अगर अखिलेश मान लेंगे तो ठीक है नहीं तो मैं आपका प्रचार करूंगा। शिवपाल का दावा है कि उकी पार्टी ने धरातल पर काम किया है और वह मजबूती से यूपी का असेंबली चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वह विरोधियों को कड़ी चुनौती देंगे।
सूत्रों का कहना है कि मुलायम कई बार जता चुके हैं कि शिवपाल के लिए उनके दिल में सॉफ्ट कार्नर है। शिवपाल ने जब अपनी पार्टी का गठन किया तब मुलायम उनकी पार्टी के स्थापना समारोह में जा चुके हैं। मुलायम सिंह ने उनकी रैली में भी शिरकत की थी और उनको आशीर्वाद दिया था। लेकिन उसके बाद मुलायम सिंह शिवपाल सिंह की किसी भी रैली में नहीं गए। जबकि लोकसभा चुनाव के वक्त शिवपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिसके कारण एसपी को बड़ा नुकसान हुआ था और पार्टी महज पांच सीटों पर जीत दर्ज कर सकी थी। बताया जाता है कि इस बात को लेकर मुलायम सिंह यादव शिवपाल से नाराज हो गए थे।
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बहुत भोले हैं आप, आपका प्रचार कर कर के आपको कहाँ पहुंचा दिया अभी तक नहीं समझे आप ?
— Mohd Ashraf Khan (@MohdAsh91040410) October 29, 2021
गौरतलब है कि राज्य में चुनाव के कुछ ही महीने बचे हैं. लेकिन अभी तक मुलायम सिंह यादव के परिवार में ही सुलह नहीं हो सकी है। शिवपाल सिंह लगातार अखिलेश यादव से चुनाव गठबंधन की इच्छा जता चुके हैं। लेकिन अभी तक अखिलेश यादव की तरफ शिवपाल सिंह यादव को इशारा नहीं मिली है। दूसरी तरफ सपा राज्य में छोटे दलों से करार कर रही है। लेकिन उसने शिवपाल की तरफ दोस्ती का हाथ आगे नहीं बढ़ाया है। दोनों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
सूत्रों का कहना है कि सपा और शिवपाल के बीच गठजोड़ न होने के पीछे सबसे बड़ी वजह दोनों ही दलों की अपनी-अपनी शर्ते हैं। अखिलेश पीएसपी का विलय चाहते हैं। उधऱ, शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी का एसपी के साथ चुनावी गठबंधन करना चाहते हैं। जानकारों का मानना है कि यहीं पर आकर पेंच फंस रहा है। इन सबके कारण अभी तक दोनों के बीच में किसी भी तरह का समझौता नहीं हो पा रहा है। उधऱ, सोशल मीडिया पर एक यूजर ने शिवपाल पर तंज कसते हुए कहा कि बहुत भोले हैं आप, आपका प्रचार कर कर के आपको कहां पहुंचा दिया अभी तक नहीं समझे आप। एक अन्य ने कहा कि बाप-बेटे मिलकर आपकी फिरकी ले रहे हैं पर आप समझ नहीं रहे।