महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर चल रहा सियासी बवाल बढ़ता ही जा रहा है। सांसद नवनीत राणा और उनके पति पर राजद्रोह का केस दर्ज होने पर भाजपा ने भी मोर्चा खिल दिया है। जबकि शिवसेना के नेता लगातार नवनीत राणा को भाजपा का एजेंट बताकर भाजपा को घेरने में लगे हैं। इस बीच संजय राउत ने नवनीत राणा और भाजपा पर हमला बोला है।

संजय राउत ने एक तस्वीर शेयर की है। जिसमें लिखा है कि नवनीत राणा ने फर्जी प्रमाणपत्र के जरिए चुनाव लड़ा है, इसका केस चल रहा है। संजय राउत ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “ये लोग फ्रॉड हैं, ये हमें हनुमान चालीसा सुनायेंगे?” वहीं मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि “क्या हो रहा महाराष्ट्र में? किसी को थोड़ा सा खून आ गया तो राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं।”

शिवसेना सांसद ने कहा कि ‘अगर आपको कोई समस्या है तो मुख्यमंत्रीऔर गृह मंत्री से मिलकर निवेदन दीजिए लेकिन आप दिल्ली जा रहे हो, यह क्या बात हुई? यूपी में तीन महीने में 17 बलात्कार और हत्याएं हुई तो क्या वहां पर राष्ट्रपति शासन लगायेंगे? वो राज्य का लॉ एंड आर्डर है, राज्य देख लेंगे। योगी जी काम कर रहे हैं वो सक्षम है। उसी तरह महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे जी के नेतृत्व में काम हो रहा है।”

संजय राउत के ट्वीट और बयान पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। गौरव वशिष्ठ नाम के यूजर ने लिखा कि ‘UP में अपराधी गले में तख्ती टांग कर खुद थाने में पहुंचे और अपनी गिरफ्तारी दी। कितनी शांति के साथ त्यौहार मनाए जा रहे हैं। संजय राउत शिवसेना का वही हाल करेंगे जैसा सिद्धू ने कांग्रेस का पंजाब में किया है। शिवसेना पूरी तरह से राउत के कंट्रोल में हैं।’

प्रभात सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ किनते एसटी कर्मचारियों ने आत्महत्या की है, उधर ध्यान नहीं दे रहे हैं और उत्तर प्रदेश का मानक तय कर रहे हैं।’ नवनीत राणा पर लगाए आरोप पर संजय राउत को जवाब देते हुए प्रवीण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘2019 के लोकसभा चुनाव में आपके पवार साहब ने खुद पेपर चेक कर लोकसभा चुनाव के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया था!’

शिवाजी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हिम्मत है तो नवनीत राणा के खिलाफ 2024 की लोकसभा चुनाव में खड़े होकर और जीतकर दिखाओ, नहीं तो हर सुबह मीडिया के सामने ये सब बकवास करना बंद करो।’ महावीर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बंगाल में जय श्रीराम नहीं बोल सकते और महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर सकते, सत्ता के लिए कैसे हिंदुत्व को खत्म किया जा रहा है, यह कोई उद्धव ठाकरे से सीखे।’