संसद का मानसून सत्र बुधवार को भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू विपक्षी सांसदों के हंगामे पर बोलते हुए भावुक हो गए। उन्होंने मंगलवार को हुए हंगामे पर निंदा करते हुए कहा कि, ‘ मैं कल कुछ सदस्यों द्वारा टेबल पर जाने की घटना से बेहद दुखी और व्यथित हूं। मैं रात भर सोया नही हूं।’

इसी मुद्दे पर एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट हो रही थी। जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और संबित पात्रा एक दूसरे से भिड़ गए। एंकर के एक सवाल का जवाब देते हुए संबित पात्रा ने कहा कि हम सब पॉलीटिशियन का दायित्व है कि भविष्य को हम बचाएं। इस पर उनको टोकते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि तो फिर उन बच्चों से माफी मांगे। जिसके बाद दोनों प्रवक्ता एक दूसरे से तू – तू मैं – मैं करते नजर आए।

कांग्रेस प्रवक्ता ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि भगवान आपको सद्बुद्धि दे। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भगवान मोदी जी को बुद्धि दे कि वह कोरोना में हुई अपनी लापरवाही पर देश से माफी मांगे। अपनी बात खत्म करने के बाद सुप्रिया श्रीनेत ने अपने हाथ में एक बोर्ड उठाया जिसमें लिखा था कि जासूसी, किसान, महंगाई और बेरोजगारी।

इस पर संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि हम दोनों सांसद का चुनाव हारे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप पॉलिटिशियन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सांसदों को बच्चों पर चर्चा करनी थी। राहुल गांधी को कोरोना का ‘क’ भी समझ में आता है? उसको कुछ समझ में आता है। क्या राहुल गांधी सीरियस पॉलिटिक्स को समझते हैं? उसके G – 23 वाले ही उसके साथ नहीं है।

इस डिबेट के वीडियो पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।@MangalMartolia ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि सुप्रिया जी आप जितना भी चिल्लाएं। कांग्रेस सांसद नहीं बनाने वाली आपको, कई वर्षो से बेचारी प्रियंका चतुर्वेदी चिल्लाती रहीं मगर कांग्रेस ने उनको एमपी नहीं बनाया। निराश होकर कांग्रेस छोड़नी पड़ी वो भी बेज्जती कर के, आप अपना सोच लो। एक ट्विटर यूजर ने लिखा के समूची भाजपा, प्रधानमंत्री से लेकर गांव के कार्यकर्ता तक राहुल गांधी जी से डरते हैं।