दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल में ही दावा किया कि उनकी सरकार ने कश्मीर के प्रवासी शिक्षकों को परमानेंट कर दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री के दावे पर कश्मीरी पंडित शिक्षक संघ ने आरोप लगाया कि वह लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इसी बीच भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक कविता के जरिए अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा।

संबित पात्रा ने सुनाई यह कविता : बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के लिए मैं केवल इतना ही कहूंगा, ‘ मैं अपनी सुविधा के लिए हर बार रंग बदल लेता हूं, वोट के लिए ईमान बदल लेता हूं। मेरा नाम है अरविंद केजरीवाल, सच को छुपाने के लिए झूठ का चोला पहन लेता हूं। मैंने हर झूठ को सच बनाया है, तुष्टीकरण की राजनीति से भोली भाली जनता को बरगलाया है। जब जब बात आई है हिंदुओं के न्याय की तो आतंकवाद की महिमा कर हर बात को धुएं में उड़ाया है।’

संबित पात्रा ने आगे कहा कि आपने कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के दर्द को जो धुएं में उड़ाने की चेष्टा रखी थी, वह नाकाम हुई है। वह उचित नहीं है और हिंदुस्तान उसकी निंदा करता है। संबित पात्रा के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रिया देते नजर आए। कुछ लोगों ने उनकी बातों का समर्थन किया तो वहीं कुछ ने तंज कसते हुए कमेंट किया।

यूजर्स की प्रतिक्रिया : अवनीश पटेल ने लिखा कि यह केजरीवाल के लिए नहीं बल्कि बीजेपी वालों के लिए लिखा जाना चाहिए था। अहमद नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं – मुझे लगता है कि अरविंद केजरीवाल को इतनी खूबसूरत कविता पसंद नहीं आएगी। हर्ष गोयल ने कमेंट किया, ‘ मुझे लगता है अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ही झूठ बोलना सीखा है लेकिन अभी तक उनकी बराबरी नहीं कर पा रहे हैं।’

क्या है पूरा मामला : कश्मीरी पंडितों के पलायन के विषय पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर अरविंद केजरीवाल ने एक टिप्पणी की। जिस पर बीजेपी ने पलटवार कर कहा कि केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाया है। बीजेपी नेताओं के आरोप पर अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि हमने कश्मीरी पंडितों का मजाक नहीं उड़ाया है, केवल हमारी तरफ से फिल्म को लेकर टिप्पणी की गई थी। उसके बाद उन्होंने प्रवासी कश्मीरी पंडितों को लेकर दावा किया।