गोवा में स्थिति दूधसागर वाटरफॉल को देखने बड़ी संख्या में पर्यटक जाते हैं। कुछ लोग पैदल चलकर वाटरफॉल तक पहुंचते हैं तो कुछ ट्रेकिंग करते हुए जाते हैं। हालांकि ट्रेन से भी इस वाटरफॉल को देखने का अलग ही आनंद है। हाल ही में इस वाटरफॉल को देखने पहुंचे यात्रियों से उठक-बैठक करवाया गया, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।

पर्यटकों से कराया गया उठक-बैठक

रेलवे ने बारिश और मानसून के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के चलते यहां यात्रियों के पैदल चलकर जाने पर रोक लगा दी थी, साथ ही कहा था कि यात्री रेल के डिब्बे से ही झरने का आनंद लें। इसके बावजूद कुछ पर्यटक पटरियों से चलते हुए झरने की तरफ जाने लगे तो रेलवे पुलिस ने पकड़ा और उठक-बैठक करवाया गया।

पुलिस ने पर्यटकों को रोका तो रेलवे ट्रैक किया जाम

खबर के अनुसार, पुलिस द्वारा जब ट्रेकिंग कर रहे पर्यटकों को आगे बढ़ने से रोका गया तो पटरी पर खड़े होकर विरोध करने लगे, जिसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पर्यटकों की भीड़ पटरी पर खड़ी है और सामने रेलवे पुलिस है, जो इन्हें आगे बढ़ने से रोक रही है।

दूधसागर झरने तक पहुंचने के लिए बेंगलुरु, मंगलुरु, बेलगावी, उत्तर कन्नड़, हुबली-धारवाड़, बागलकोट, पुणे और महाराष्ट्र के अन्य जिलों से पर्यटक यहां आते हैं। आमतौर पर पर्यटक दक्षिण गोवा के कोलम स्टेशन पर उतरने के बाद दक्षिण पश्चिम रेलवे लाइन की पटरियों पर चलते हैं, कुछ लोग ट्रेकिंग भी करते हैं। हालांकि बारिश के चलते इस पर रोक लगा दी गई थी।

रेलवे की तरफ से पहले ही ट्वीट कर कहा गया था, ‘हम आपसे अपने कोच के भीतर से दूधसागर झरने की सुंदरता का आनंद लेने का आग्रह करते हैं। पटरियों पर/उसके किनारे चलना न केवल आपकी अपनी सुरक्षा को खतरे में डालता है बल्कि रेलवे अधिनियम की धारा 147, 159 के तहत भी अपराध है। इससे ट्रेनों की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है।’ \

इसके साथ ही कहा गया है, ‘दूधसागर या ब्रैगेंज़ा घाट के किसी भी अन्य स्टेशन पर उतरना प्रतिबंधित है। सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे सहयोग करें और अपनी सुरक्षा के लिए निर्धारित नियमों का पालन करें।’