कांग्रेस में एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 21 अगस्त से शुरू होने वाली है, जिसे 20 सितंबर तक पूरा होना है। गांधी परिवार से ही अगला अध्यक्ष बनने की चर्चा सबसे अधिक है। अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस में लोगों की राय बंटी हुई है। यही वजह है कि इस पर अक्सर विवाद होता रहा है। अब अशोक गहलोत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

अध्यक्ष बनने से अशोक गहलोत का इंकार

कांग्रेस में काफी वक्त से गांधी परिवार से अलग किसी नेता को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग हो रही है, इस लिस्ट में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का नाम भी शामिल है। हालांकि सीएम गहलोत ने खुद पार्टी अध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है और कहा है कि अगर राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष नहीं बनाया जाता है तो पार्टी पर संकट आ सकता है। 

लोगों की प्रतिक्रियाएं

त्रिलोक नाम के यूजर ने लिखा, ‘पता है साहब को कि चलनी तो है ही नहीं तो अध्यक्ष बनने का फायदा भी क्या? मनमोहन सिंह जी को देखा ही है PM बनने के बाद।’ दीपक नाम के यूजर ने लिखा,’सही कहा गहलोत जी ने, भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ सकता है अगर राहुल जी नही बने अध्यक्ष तो!’ अवधेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि अशोक गहलोत कौन सा बहुत अच्छा आदमी है? ये तो दलितों के ऊपर अत्याचार कराने वाला है।

गोपी किशन शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि कांग्रेस पार्टी के पास अध्यक्ष बनाने के लिए राहुल गांधी जी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। राहुल गांधी जी जितनी जल्दी अध्यक्ष बनेंगे, उसी में तो कांग्रेस को फायदा है। किशन सरदा नाम के यूजर ने लिखा कि किसी को भी नहीं, प्रियंका को बनाने से थोड़ी स्थिति में सुधार हो सकता है अन्यथा स्थिति और विकट होने की ही संभावना है।

राहुल गोयल नाम के यूजर ने लिखा कि 2024 में माननीय मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। इसका सबूत यह है। मुकेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि CM रहने में जितनी मलाई और पावर है वो पावर एक नाम का अध्यक्ष बनने में कहां? वैसे भी भविष्य में फिर ये CM पद मिलेगा, लगता तो नहीं।

बता दें कि काग्रेस अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस के नेताओं की ही राय बंटी हुई है। कोई राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर देखना चाहता है तो कोई सोनिया या प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहता है। कुछ लोग ऐसे भी है जो गांधी परिवार से इतर किसी और को अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। इसमें अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खडगे समेत कुछ अन्य नामों की चर्चा रही है।