उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Assembly Election) के पहले चरण की वोटिंग के साथ ही चुनावी बिगुल बज चुका है। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व खुद महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव में बिना किसी पार्टी के साथ गठबंधन किए मैदान में उतर रही है। हालांकि इससे पहले 2017 के चुनाव में सपा और कांग्रेस ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था लेकिन बीजेपी को प्रचंड जीत मिली थी।

चुनाव के बाद होगा सपा के साथ गठबंधन?: ABP न्यूज़ के कार्यक्रम घोषणापत्र में जब प्रियंका गांधी से सवाल पूछा गया कि 2017 में कांग्रेस का सपा के साथ गठबंधन हुआ था। अखिलेश यादव, राहुल गांधी और आपके बीच रिश्ते भी अच्छे हैं.. इसके बाद आपने ये भी कहा था कि चुनाव के बाद सपा के साथ गठबंधन हो सकता है, इसको कैसे समझा जाए?

‘मैं तो योगी-अखिलेश का सम्मान करती हूं लेकिन..’: इस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ‘चुनाव के बाद जो परिस्थितियां आएंगी, उस पर हम, उस समय निर्णय लेंगे कि क्या करना है। इस पर मैं पहले कुछ नहीं कहना चाहती देखते हैं चुनाव में क्या होता है। लेकिन अखिलेश जी, योगी जी, मायावती जी सबका मैं आदर करती हूं। मैं उनकी राजनीति की बुराई करती हूं क्योंकि मुझे उनकी राजनीति नहीं भाती, मुझे नहीं लगता कि इस तरह जनता आगे बढ़ सकती है।”

यूपी के लोगों में हैं काबिलियत: प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरा मकसद है कि यूपी की राजनीति बदले। इस प्रदेश के लोगों में खूब काबिलियत है, हुनर है तो हम इन्हें मौका क्यों नहीं दे रहे हैं। लोग बेरोजगार हैं, किसान और महिलाएं परेशान हैं। हम उनके लिए काम करेंगे।

बता दें कि प्रियंका गांधी पिछले कुह सालों से यूपी के हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखती हैं। कई बड़ी घटनाओं पर जमीन पर उतरती रही हैं। विपक्षी दलों के निजी हमलों पर प्रियंका गांधी का कहना है कि जिनके पास जवाब नहीं होता है वे लोग निजी हमले ही करते हैं। यूपी चुनाव को लेकर लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि चुनाव के समय सिर्फ और सिर्फ विकास और असली मुद्दों पर बात होनी चाहिए। कांग्रेस ने इसके लिए अपने घोषणापत्र में कई चीजों को शामिल किया है।