उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के अंतिम चरण के मतदान के लिए 5 मार्च को चुनाव प्रचार थम गया। शनिवार को सभी पार्टी के नेताओं ने पूरी क्षमता के साथ प्रचार किया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi Vadra) भी शनिवार को गाजीपुर में चुनाव प्रचार के लिए पहुंची थीं। गाजीपुर के जखनियां विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला।
राजीव गांधी का जिक्र कर क्या बोलीं प्रियंका गांधी: जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि “प्रधानमंत्री सिर्फ चुनाव में और टीवी पर आते हैं। मेरे पिताजी प्रधानमंत्री थे, खुद जीप चलाकर वह गांव-गांव जाते थे। उनको लोग राजीव भैया लोग कहते थे, लेकिन कोई उन्हें छोड़ता नहीं था।“ प्रियंका गांधी ने कहा कि “कभी-कभी लोग डांट देते थे कि अगर यह काम नहीं करोगे तो वोट मांगने मत आना, हम वोट नहीं देंगे तुम्हें। आज PM सिर्फ TV और चुनाव में आते हैं और कहते हैं आपने मोदी का नमक खाया है।”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: प्रियंका गांधी के इस बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। फास्टर फेने नाम के यूजर ने लिखा कि “मतलब राजीव जी ने प्रधानमंत्री होते हुए सड़क, पानी, बिजली के लिए कुछ प्रयास नहीं किए और लोगों से डांट खाई? बस इसीलिए मोदीजी चाहिए।”
वरदा मराठे नाम के यूजर ने लिखा कि “गांधी परिवार की परंपरा रही है कि कोई काम किए बिना उत्तर प्रदेश के हर गांव में जाओ और जनता से डांट खाकर वापस आओ, पर काम फिर भी ना करो! अपनी इस उज्ज्वल परंपरा को उजागर करने हेतु धन्यवाद प्रियंका गांधी जी। आपकी माताजी, आपके भाई और आप भी इस परंपरा को कायम रख रहें हैं।”
मनोज कुमार शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि “यानी आप यह बता रही हैं कि आपके पापा ने अपने राज में भी जनता को सड़क, पानी, बिजली नहीं दी।” श्रीकांत शुक्ला नाम के यूजर ने लिखा कि “फिर आप लोगों ने ऐसा क्या कर दिया कि जनता जनार्दन आप लोगो को तवज्जों नही दे रही है।” रमेश नाम के यूजर ने लिखा कि “सबूत दिखाओ।” संदीप जग्गल नाम के यूजर ने लिखा कि “क्यों मजाक कर रही हैं आप?”
सुरेश सारस्वत नाम के यूजर ने लिखा कि “किस गांव में गए थे नाम बताइए तो…”। काका मंगीलाल नाम के यूजर ने लिखा कि “हिंदुस्तान में लगभग 7 लाख गांव हैं, राजीव गांधी कितने गांवों में गये थे?” सुनील कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “हां..हां इसीलिए दिल्ली से निकला एक रूपया गांव तक पहुंचते-पहुंचते 10 पैसा हो जाता था।”