प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर हैं। शुक्रवार को एक रोड शो करने के बाद वह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे। इसके बाद पीएम मोदी आधी रात को अचानक वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने निकल गए। कड़ी सुरक्षा के बीच वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्लेटफॉर्म पर मौजूद कर्मचारियों और यात्रियों से बातचीत भी की।
लोग ऐसे दे रहे हैं अपनी प्रतिक्रिया: पीएम मोदी के स्टेशन निरीक्षण का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के बीच पीएम मोदी के वाराणसी दौरे को लेकर लोग सोशल मीडिया पर तंज कस रहे हैं। यूक्रेन में फंसे छात्रों का वीडियो शेयर करते हुए रेनू धवन नाम की यूजर ने लिखा कि मोदी जी इधर भी थोड़ा निरीक्षण कर लीजिए।
“क्या देखने गए थे मोदी जी..?”: अजय कुमार खेमका नाम के यूजर ने लिखा कि “निरीक्षण तो बहाना है, कुली से वोट मांगना असली काम है, क्योंकि चुनाव है।” एक अन्य यूजर ने लिखा कि “क्या देखने गए थे मोदी जी..? ये कि बेचने लायक बना है कि नहीं?” राजीव रंजन नाम के यूजर नें लिखा कि “चुनाव प्रचार के लिए मोदी जी सारे देश के जरूरी काम छोड़ वाराणसी में 3 से डेरा डाले हुए हैं। क्या वाकई में भाजपा हार रही हैं?” प्रदीप गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि “चुनाव आयोग ने मोदी के चरणों में अपना शीश अर्पण कर दिया है।”
हेमेंद्र मालवीय नाम के यूजर ने लिखा कि “ये स्टेशन भी कांग्रेस का बनाया हुआ है, अच्छी तरह से देख लो साहब कितना दाम आएगा?” आलोक कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “चुनाव के बाद भी कभी निरीक्षण कर लेते तो समझ में आता। शुक्र है झाड़ू नहीं लगाई।” देवेंद्र सिंह प्रजापति ने लिखा कि “अब क्या इसे भी बेचने की फिराक में हैं साहब?”
अशोक शेखावत नाम के यूजर ने लिखा कि “देर रात भी प्रचार चल रहा है, हार जाने का डर सता रहा है?” सत्य सारथी नरेंद्र नाम के यूजर ने लिखा कि “केवल उन्हीं जगहों को देखते हैं जिसे बेचा जा सके? जगहें तो और भी हैं वाराणसी में। कभी देर रात तक यूक्रेन में फंसे छात्रों के लिए भी सोच लेते।”
देव विश्नोई नाम के यूजर ने लिखा कि “आजादी के बाद भारत को कितना संवेदनहीन प्रधानमंत्री मिला है, दस -पन्द्रह दिन से युक्रेन में बच्चे भूखे-प्यासे तड़प रहे हैं। घर में उनकी मां-बहने भूखी-प्यासी इंतजार में बैठी हैं कि हमारे लाडले-लाडली सुरक्षित घर पंहुज जाएं लेकिन सता के भूखे प्रचार कर रहे है।”