प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें फारूक अब्दूल्ला पीएम मोदी के कंधे पर हाथ रखकर बातचीत करते नजर आ रहे हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के लिए गठित तीसरी समिति की बैठक के मद्देनजर बैठक का आयोजन हुआ था। जहां सभी पार्टी के नेता और कई हस्तियां शामिल हुए। बैठक खत्म होने के बाद पीएम मोदी से फारूक अब्दुल्ला बातचीत कर नजर आये।
कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद केंद्र सरकार से फारूक अब्दूल्ला काफी नाराज नजर आ रहे थे। उनके बयानों से ही उनकी नाराजगी का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता था। हालांकि अब जो तस्वीर सामने आई है, उसमें फारूक अब्दुल्ला की बात को पीएम मोदी ध्यान से सुनते नजर आ रहे हैं। वायरल हो रही इसी तस्वीर पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे है।
राम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कश्मीर में बीजेपी ज्वाइन करने की वेबसाईट बंद पड़ी है, कब शुरू होगी?’ दीप डे नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बोला था 370 हटेगा तो कोई तिरंगा पकड़ने वाला नहीं रहेगा, आपने मुझे तिरंगा वाला फाइल पकड़ा दिया।’ प्रांजन भट्टाचार्य ने लिखा कि ‘मुझे और मेरे परिवार पर रहम करो।’
अमरनाथ नाम के यूजर ने लिखा कि ‘फारूक अब्दुल्ला एक प्रसिद्ध राजनेता हैं और भारत के एकीकरण के लिए उनका योगदान मेरी राय में प्रशंसनीय है। श्रीमती गांधी के काल में उनके पिता ने भी भारत के लिए बहुत योगदान दिया। मैं दोनों के बीच हुई बातचीत में सकारात्मकता को लेकर आश्वस्त हूं।’ एनआर कदम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हमें पता है ,आपका मुकाबला हमारे बस की बात नहीं है! लेकिन राजनीति भी तो करनी है सो प्लीज, बुरा मत मानिए।’
हर्ष लाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कल राहुल गांधी देश मे लोकतंत्र के मरने की बात कर रहे थे। आज फारूख अब्दुल्ला को सुनते हुए प्रधानमंत्री जी की ये तस्वीर बताती है कि भारतीय लोकतंत्र न केवल जिंदा है अपितु इसमें विपक्ष का भी बराबर सम्मान है लेकिन आप भ्रष्टाचारी और चोर नहीं हों तो।’ बिमल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘फारुक बोल रहे हैं कि सर गलती हो गयी मुझसे, जो मैंने कहा कि 370 कोई भी माई का लाल हटा नहीं सकता।’
बता दें कि पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में शामिल लगभग सभी पार्टी के नेताओं से मुलाकात करते और बातचीत करते नजर आये। पीएम मोदी ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, राम गोपाल यादव, सीताराम येचुरी समेत कई नेताओं बातचीत की। इसी दौरान फारूक अब्दुल्ला से भी बातचीत हुई!