Shivpuri Viral Video: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के एक बाजार में एक आदमी अपनी बांह में IV ड्रिप लगी और हाथ में सलाइन की बोतल पकड़े घूमता हुआ मिला, जिससे ग्रामीण हेल्थकेयर को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। इस घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है। यह घटना जिला अस्पताल से एक नवजात बच्चे के चोरी होने के कुछ दिनों बाद सामने आई है।
मामले की जांच शुरू कर दी गई
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार वीडियो में मरीज सिरसाउद गांव के बाजार में घूमता हुआ दिख रहा है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि मरीज का इलाज एक झोलाछाप डॉक्टर ने किया था, जिसने उसे ड्रिप लगाई और बिना देखे छोड़ दिया। जैसे ही इस वीडियो से लोगों में गुस्सा भड़का, चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर (CMHO) डॉ. संजय ऋषेश्वर ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
उन्होंने कहा, “बिना ठीक से जांच किए कमेंट करना सही नहीं होगा। अगर यह साबित होता है कि मरीज को इस तरह ड्रिप लगाकर छोड़ दिया गया था, तो इसे गंभीर लापरवाही माना जाएगा।” डॉ. ऋषेश्वर ने आगे कहा कि अगर मरीज़ का इलाज किसी प्राइवेट क्लिनिक में हो रहा था, तो ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार यह कोई अकेली घटना नहीं है। शिवपुरी जिले में ऐसे कई मामले सामने आए हैं – बच्चों के गायब होने से लेकर नकली डॉक्टरों के बिना रोक-टोक सर्विस चलाने तक – जिससे पता चलता है कि सिस्टम कितना कमजोर हो गया है। ऐसी घटनाओं का लगातार सामने आना मध्य प्रदेश के पब्लिक हेल्थ नेटवर्क में एक बहुत बड़ी स्ट्रक्चरल कमी को दिखाता है।
ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी खराब
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में हर 1,460 लोगों पर सिर्फ़ एक डॉक्टर है, जो नेशनल एवरेज से बहुत कम है। 7.26 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में लगभग 89,000 डॉक्टर होने चाहिए, लेकिन सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के डॉक्टरों को मिलाकर सिर्फ 49,730 डॉक्टर ही उपलब्ध हैं।
ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी खराब है। रूरल हेल्थ स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की 94% कमी है, जो भारत में सबसे ज्यादा में से एक है।
