तेल के बढ़ते दाम का असर हर किसी पर पड़ रहा है। प्रतिदिन तेल के दाम में इजाफा हो रहा है। इसका असर किसानों पर भी पड़ रहा है। बढ़ते तेल के दाम पर किसान नेता राकेश टिकैत ने भी कुछ दिन पहले सरकार पर हमला बोलते हुए स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने की मांग की है। राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा था कि “डीजल, खाद बीज की बढ़ी कीमतों ने खेती को फिर घाटे का सौदा बनाया है। एक साल में डीजल औसतन 15-20 रु लीटर महंगा हुआ तो उर्वरक व कीटनाशकों की कीमतों में 10-20% की बढ़ोतरी हुई। MSP पर कानून व स्वामीनाथन की रिपोर्ट अब देश मे लागू होनी चाहिये”
एक अन्य ट्वीट में राकेश टिकैत ने लिखा कि “मंत्री पुत्र के खिलाफ एसआईटी ने रिपोर्ट भेजी, सरकार ने विरोध किया। माना सबूतों से छेड़छाड़ हुई। फिर भी जमानत मिली। घायलों को मुआवजा मिला न न्याय। सुप्रीमकोर्ट की जवाबतलबी बता रही है कि कानून- राजनीति का गठजोड़ कितना पक्का है। आम आदमी न्याय की आस किससे करे?”
राकेश टिकैत के इस ट्वीट पर अब लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे है। सौरभ नाम के यूजर ने लिखा कि “भाई असली न्याय तो तब होगा जब सरकार तेरे बक्कल् उतारेगी। देश की जनता बस अब यही देखना चाह रही है। बहुत हो गयी बकैती, अब सरकार को तुम्हें ठीक करने पर ध्यान देना चाहिए।” श्याम कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “न्यायालय पर ऊंगली उठाना तुम्हारे मानसिक स्तर को दर्शाता हैं ! लोगों को परेशान करने और रास्ता रोकने के लिए क्यों न तुम मुकदमा दर्ज किया जाए!”
मधु नाम की यूजर ने लिखा कि “अपने आप को बड़ा नेता समझने लगे हो, बीजेपी को हराने कै लिए किसान आंदोलन किया गया, योगेन्द्र यादव का कहना है। ऐसे लोग सिर्फ अपना हित सोचते हैं,। किसानो के नाम पर अपना बैंक बैलेंस बढा लिया।” सीएस चौरसिया नाम के यूजर ने लिखा कि “बहुत हो गई नौटंकी, अब तुम्हें कोई पूछने वाला नहीं है। अब तो तुम न घर के रहे न घाट के। पंजाब ने तुम्हें आईना दिखा दिया और रही-सही कसर उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड की जनता ने निकाल दिया।”
नेल राठोड़ नाम के यूजर ने लिखा कि “चाचा इस बार आंदोलन लखनऊ यूपी से शुरू करना मजा आयेगा, पहले यूपी में MSP लागू करवाना, बाद में कहीं और।” अजय सिंहा नाम के यूजर ने लिखा कि “आपको टीवी पर आए बिना मन नहीं लग रहा है, इसका नशा बहुत बुरा है। जरा संयम से रखिए।”
अधीश नाम के यूजर ने लिखा कि “जब तक सरकार कानून पास नहीं करती, दिल्ली से मोर्चे हटाना बडी गलती थी। क्या दोबारा आप लोग दिल्ली जा पाओगे?” रणजीत नाम के यूजर ने लिखा कि “भाई साहब इस देश में इस तरह ट्वीट करके मांगने से कुछ भी नहीं मिलता| यहां तक कि आपके टवीट का जवाब भी नहीं मिलेगा।”
