वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट संसद में पेश किया। इस बजट को सरकार फयदेमंद बात रही है तो वहीं विपक्ष ने कई तरह के सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने आम आदमी को कोई राहत नहीं दी है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने निर्मला सीतारमण के बजट पर तंज कसते हुए एक ट्ववीट किया। जिस पर आम लोगों ने कई तरह के जवाब दिए हैं।

संजय सिंह ने किया ऐसा ट्ववीट

आप सांसद संजय सिंह ने निर्मला सीतारमण के बजट पर तंज कसते हुए लिखा,”न किसान न जवान न नौजवान। बजट में किसी के लिये नही कोई प्रावधान। अमृत काल में अमृत के लिये तरस रहा है आम इंसान। पूँजीपतियों की लूट हुई आसान।” उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि न किसानो की MSP बढ़ी। न नौजवानों को रोज़गार मिला। लेकिन ये मोदी जी का अमृत काल है। निर्मला जी कह रहीं हैं “प्रतिव्यक्ति आय दोगुनी हो गई”, किसकी? इसके साथ उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कमेंट किया कि निर्मला जी ने कहा – अमृतकाल आ गया है, बजट से कितना “अमृत” बरसेगा देखना बाक़ी है?

लोगों के जवाब

@INDVivekPandey_ नाम के एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा- तुम्हारे जैसे लूटने वाले लोग क्या कहेंगे सभी को पता है। @Aashishbihar नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि बजट 2023 में आयकर छूट ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹7 लाख की गई। अब ₹7 लाख तक कमाने वालों को कोई #टैक्स नहीं देना होगा। अब इसमें भी आपको समस्या है?

@sushilpatel नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि भाईयों बहनों, मेरे मित्र अडानी को बहुत नुकसान हो गया है, उसकी भरपाई करना हर देशवासी की जिम्मेदारी है। अब जनता को एक बार फिर हिन्दुत्व का परिचय देने का समय आ गया है। मुझे उम्मीद है कि आप पूर्व की भांति बढ़ाई जा रही महंगाई को सह लेंगे। पूरे बजट मुझे बस यही समझ में आया है। @srajpurohit2600 नाम एक यूजर ने लिखा,”यह पूंजीपति के लिए नही है बल्कि मिडिल क्लास के लिए ख़ुशख़बरी आ ही गई। बजट में 7 लाख तक की इनकम वालों को अब टैक्स नहीं देना होगा. पहले ये सीमा 5 लाख रूपये तक थी।

जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल ने बजट पर ट्ववीट किया,”इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं। उल्टे इस बजट से महंगाई बढ़ेगी, बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं। शिक्षा बजट घटाकर 2.64 % से 2.5 % करना दुर्भाग्यपूर्ण स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 % से 1.98 % करना हानिकारक।” इसके साथ उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों के साथ फिर से सौतेला बर्ताव। दिल्ली वालों ने पिछले साल 1.75 लाख करोड़ से ज़्यादा इनकम टैक्स दिया। उस में से मात्र 325 करोड़ रुपये दिल्ली के विकास के लिए दिये। ये तो दिल्ली वालों के साथ घोर अन्याय है।