केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले कई महीनों से धरने पर बैठे हुए हैं। इसी विषय पर बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने बीजेपी के बारे में कहा कि यह सरकार जनता को डंडे से हांकना चाहती है।

न्यूज़ 24 चैनल से बातचीत में एंकर ने किसान नेता टिकैत से पूछा कि क्या किसान आंदोलन का कोई हल निकल सकता है? इस पर उन्होंने कहा, हम तो कह रहे हैं कि सरकार हमसे बातचीत करे। जो किसानों की फसल आधे दाम पर बिक रही है उसको लेकर एमएसपी कानून बने।

टिकैत ने कहा, यह देश कैसे बचेगा यह सबसे बड़ा सवाल है। इसको लेकर सभी देशवासियों को आगे आना चाहिए। एंकर ने पूछा क्या आप बिना शर्त सरकार से बात करने के लिए तैयार हैं? इस पर टिकैत ने कहा, हम तो बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार शर्त लगाकर बातचीत करना चाहती है।

उन्होंने कहा, सरकार अपना पक्ष रखे और हम अपनी बात उनके सामने रखेंगे। बाहर सड़क पर तमाशा क्यों किया जाए? इनके मंत्री आकर कहेंगे कि कानून वापसी नहीं होगी। ये कोई दरोगा हैं क्या? उन्होंने कहा, हमारे मुल्क में लोकतंत्र है।

जब उनसे पूछा गया कि अगर रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की इजाजत दे दी जाए तो क्या आप सड़क खाली कर देंगे? इस पर टिकैत ने कहा, इस विषय को लेकर हम संयुक्त किसान मोर्चा के बीच में सलाह करेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम भी सुप्रीम कोर्ट की बात से सहमत हैं कि रास्ता खुलना चाहिए। केंद्र सरकार कृषि कानून वापस ले ले तो हम सब अपने घर वापस लौट जाएंगे।’

गौरतलब है कि किसान आंदोलन के चलते हाइवे जाम करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सड़कें साफ होनी चाहिए। हम बार-बार कानून तय नहीं कर सकते हैं, आपको आंदोलन करने का अधिकार है लेकिन सड़क जाम नहीं कर सकते। वहीं किसान संगठन के एडवोकेट दुष्यंत दवे ने कहा है कि किसानों को रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए।