कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू जेल से रिहा होने के बाद गुरुवार को दिल्ली में पूर्व सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सिद्धू ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से तस्वीर कर कहा कि वह रुकने वाले नहीं हैं लेकिन सिद्धू के इस राजनैतिक ट्वीट पर ध्यान के बजाय लोग उनकी तस्वीर पर दिमाग लगाने लगे। यूज़र्स पूछने लगे कि उन्होंने अप्रैल में जैकेट में क्यों नहीं पहनी है?
नवजोत सिंह सिद्धू ने शेयर की फोटो
नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल से फोटो शेयर करते हुए कहा,’आज अपने मेंटर राहुल जी और दोस्त, फिलोसॉफर प्रियंका गांधी से नई दिल्ली में मुलाकात की। आप मुझे जेल में डाल सकते हैं, मुझे डरा सकते हैं, मेरे सभी वित्तीय खातों को ब्लॉक कर सकते हैं लेकिन पंजाब और मेरे नेताओं के लिए मेरी प्रतिबद्धता न तो झुकेगी और न ही एक इंच पीछे हटेगी।’ इस कैप्शन के साथ उन्होंने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें वह जैकेट पहने नजर आए रहे हैं। जिसको लेकर यूज़र सवाल कर रहे हैं।
यूज़र्स ने किये ऐसे सवाल
@BefittingFacts नाम के एक ट्विटर हैंडल से सवाल किया गया- सर, ये अप्रैल में जैकेट कौन पहनता है? @shadab_chouhan1 नाम के एक यूजर ने पूछा- पाजी, ये अप्रैल में जैकेट? @ThombreMilind नाम के एक यूजर ने लिखा- पंजाब गया आपके हाथ से, कपिल शर्मा शो भी, बच्चों को मेंटर, गाइड क्या क्या बोलके की फायदा? अकाउंट ब्लॉक कर दिये गए, आ रियल प्रॉब्लम सी पाजी। @AmritHallan नाम के एक यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा,’इनकी मेंटरिंग और गाइडेंस ने ही आपको जेल का एक राउंड मरवा दिया?
@adv_varunamar नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- भाई, अब ठंड नहीं रह गयी है। @DrdhimanBhatta1 नाम के एक यूजर ने कहा- नवजोत किसी परेशानी में हैं क्या? उनकी जैकेट तो ऐसी है, जैसी वह मनाली या दार्जलिंग की ठंड में हों। @devesh4Ind नाम के एक यूजर ने लिखा,’इतनी गर्मी जैकेट?’ @TheRajanMishr नाम के एक यूजर पूछते हैं कि बहुत दुबले पतले हो गये हो , आपको जेल में खाना पीना नहीं मिला क्या?
इस मामले में जेल में थे नवजोत सिंह सिद्धू
27 दिसंबर 1988 के एक रोडरेज मामले को लेकर पिछले साल 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल कारावास की सजा सुनाई थी। सिद्धू पर आरोप लगा था कि उन्होंने पटियाला के शेरावाले मार्केट के पास कार पार्किंग को लेकर हुई कहासुनी के बीच 65 वर्षीय गुरनाम सिंह के सिर पर मुक्का मार दिया था, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई थी। इस केस में ही सिद्धू को सजा मिली थी।