Navy Office Killed: हरियाणा के करनाल के नवविवाहित लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (26) अपनी पत्नी हिमांशी नरवाल के साथ हनीमून पर थे, जब मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में उनकी मौत हो गई। दंपति ने छह दिन पहले शादी की थी और सोमवार को हनीमून के लिए जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे।
हमले में बाल-बाल बचीं हिमांशी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दंपति ने शादी के बाद यूरोप घूमने की योजना बनाई थी, लेकिन वे वीजा पाने में असफल रहे। आखिरी समय में उन्होंने अपने हनीमून के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की योजना बनाई। उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल हमले में बच गईं।
अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें हिमांशी कह रही हैं, “मैं अपने पति के साथ भेल पूरी खा रही थी, तभी एक आदमी आया और कहा कि वह मुस्लिम नहीं है, फिर उसने उसे गोली मार दी।” विनय के परिवार को मंगलवार शाम को घटना की जानकारी दी गई और वे जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गए। आज उनका शव करनाल लाया जाएगा।
यह भी पढ़ें – LIVE: तीन आतंकियों के स्केच जारी किए गए; पहलगाम हमले के विरोध में महबूबा मुफ्ती कर रहीं प्रदर्शन
रिपोर्ट के अनुसार मूल रूप से करनाल के भुसली गांव के रहने वाले विनय का परिवार सेक्टर-7 में रहता है। इंजीनियरिंग ग्रैजुएट विनय तीन साल पहले नौसेना में लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुए थे और उनकी पोस्टिंग केरल के कोच्चि में हुई थी। विनय के पिता राजेश कुमार पानीपत में कस्टम विभाग में अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
विनय के दादा हवा सिंह 2004 में हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी मां आशा देवी और दादी बीरू देवी होम मेकर हैं। विनय की छोटी बहन सृष्टि दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं। विनय की सगाई दो महीने पहले गुड़गांव की हिमांशी से हुई थी। हिमांशी पीएचडी कर रही हैं और बच्चों को ऑनलाइन क्लास देती हैं।
22 अप्रैल को दोनों पहुंचे थे कश्मीर
हिमांशी के पिता सुनील कुमार गुड़गांव में आबकारी एवं कराधान अधिकारी हैं। परिवार के सदस्यों के अनुसार, विनय ने 28 मार्च को शादी के लिए छुट्टी ली, 16 अप्रैल को मसूरी में शादी की और 19 अप्रैल को करनाल में रिसेप्शन रखा। परिवार के एक सदस्य ने बताया, “उन्होंने यूरोप में हनीमून की योजना बनाई थी, लेकिन वीजा संबंधी समस्याओं के कारण इसे रद्द कर दिया गया। इसके बजाय, वे 21 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हुए और 22 अप्रैल को पहलगाम के एक होटल में रुके। भोजन करने के बाद, वे उस स्थान पर गए, जहां आतंकवादी हमला हुआ था।”
विनय को जम्मू-कश्मीर से लौटने पर 1 मई को अपना 27वां जन्मदिन मनाना था। परिवार के एक सदस्य अमित ने बताया, “परिवार ने हनीमून से लौटने पर एक बड़ी पार्टी की योजना बनाई थी।” विनय और हिमांशी को 3 मई को कोच्चि लौटना था, जहां उन्होंने एक रेस्ट हाउस बुक किया था। पड़ोसी नरेश बंसल ने बताया कि हाल ही में हुई शादी के कारण घर में खुशियां छाई हुई थीं।
विनय के दादा ने क्या कुछ कहा?
रिपोर्ट के अनुसार बंसल ने बताया, “हमें मंगलवार शाम को पता चला कि आतंकवादियों ने विनय का नाम पूछने के बाद उसे गोली मार दी, जबकि हिमांशी बाल-बाल बच गई।” विनय के दादा हवा सिंह ने बताया कि विनय ने करनाल के संत कबीर स्कूल में पढ़ाई की और बाद में दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। सिंह ने बताया, “उसने स्कूल से ही संयुक्त रक्षा सेवा (सीडीएस) की परीक्षा की तैयारी की, लेकिन असफल रहा। इसके बाद उसने एसएसबी की तैयारी की और तीन साल पहले नौसेना के लिए चुना गया।”
यह भी पढ़ें – ‘डरो मत, हम इंडियन आर्मी हैं…’, जवानों को देखकर डर गई आतंकियों से बचकर भाग रही महिला, झकझोर देगा Viral Video
हवा सिंह ने बताया कि उनके परिवार का सैन्य सेवा का इतिहास रहा है। उनके चाचा और विनय के नाना के भाई भी सेना में थे, जिन्होंने अंग्रेजों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी। उनके भतीजे भी सेना में हैं। हवा सिंह खुद हरियाणा पुलिस में शामिल होने और सेवानिवृत्त होने से पहले बीएसएफ में थे।
उन्होंने यह भी बताया, “मुझे मधुमेह है। जाने से पहले विनय और हिमांशी ने मुझे बहुत अधिक चीनी न खाने के लिए कहा था। विनय 28 मार्च को छुट्टी पर आया था। 4 मार्च को उसकी सगाई हुई, 16 अप्रैल को मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई और 19 अप्रैल को रिसेप्शन हुआ। 20 अप्रैल को वे जम्मू-कश्मीर जाने से पहले गुड़गांव में हिमांशी के परिवार से मिलने गए।”