मुजफ्फरनगर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक टीचर, स्कूल के एक बच्चे को अन्य छात्रों से थप्पड़ मरवाती दिखाई दे रही हैं। इस पर अब विवाद खड़ा हो गया है और इसमें धर्म के एंगल को लेकर भी बवाल हो रहा है। महिला टीचर बच्चे को पिटवाते हुए सांप्रदायिक टिप्पणी भी कर रही हैं। बताया जा रहा है कि छात्र पहाड़ा नहीं सुना पाया था। अब इस सोशल मीडिया पर तमाम लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।

टीचर ने छात्रों से करवाई पिटाई

वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक छात्र खड़ा है, टीचर के कहने पर अन्य छात्र एक एक कर आते हैं और खड़े छात्र को थप्पड़ मारते हैं। मार खाने वाला लड़का मुसलमान था, महिला टीचर ने मुस्लिम बच्चे की मां को लेकर टिप्पणी भी करती सुनाई दे रही हैं। अब यह वीडियो वायरल हो रहा है और लोग महिला टीचर की इस हरकत पर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने कार्रवाई की बात कही है जबकि पीड़ित बच्चे के पिता ने विवाद को सुलझा लेने की बात कही।

वरुण गांधी ने कहा-सिर शर्म से झुका दिया

हालांकि सोशल मीडिया पर लोग इस वायरल वीडियो पर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया, ‘ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया। शिक्षक वो माली है जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है!’

स्वरा भास्कर ने पुलिस को दी नसीहत

अभिनेत्री स्वरा भास्कर इस पर ट्वीट कर लिखा, ‘मुजफ्फरनगर के उस पीड़ित बच्चे के पिता से पुलिस द्वारा ये लिखवा लेना और साइन करवाना कि वे तृप्ता त्यागी नामक अध्यापक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं करेंगे। महज आरोपी अध्यापिका को बचाने की कोशिश है। वीडियो प्रूफ है कि पॉक्सो इत्यादि कानून के तहत संगीन जुर्म हुआ है। पुलिस को अपना काम करना चाहिए।’

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘मुज़फ़्फ़रनगर के एक वायरल वीडियो में एक टीचर एक अल्पसंख्यक बच्चे को दूसरे बच्चों से पिटवा रही है। इसमें वो दोहरे अपराध की दोषी हैं क्योंकि वो पिटवा भी रही है और दूसरे बच्चों को हिंसक भी बना रही है। भाजपा सरकार ये वीडियो G20 की मीटिंग में दिखाकर साबित करे कि उसका नफ़रती एजेंडा किस प्रकार तरह से सही है। ऐसी टीचर शिक्षक समाज पर धब्बा है, पूरे देश के शिक्षकों को उस टीचर को दंडित करने के लिए आवाज़ उठानी चाहिए।’

अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं

सुमित चौहान ने लिखा, ‘तृप्ता त्यागी नाम की ये महिला टीचर सिर्फ मुस्लिम बच्चों से भेदभाव ही नहीं करती होगी बल्कि ये हिंदू बच्चों के दिमाग में मुसलमानों के खिलाफ जहर भी भर रही होगी। इसका बाहर रहना ठीक नहीं है, समाज के लिए हानिकारक है।’ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने लिखा, ‘आज एक विद्यालय का वीडियो देखा जिसमें अध्यापिका खुलेआम कक्षा में एक मुस्लिम बच्चे को हिंदू बच्चों से पिटवा रही थी। इस नफरती माहौल के लिए सिर्फ़ सत्ताधारी दल की राजनीतिक विचारधारा को ही ज़िम्मेदार नहीं ठहरा सकते, मीडिया के एक बहुत बड़े वर्ग को ज़िम्मेदारी लेनी होगी। इतिहास माफ नहीं करेगा।’

शिवम् त्यागी ने ट्वीट किया, ‘“पिटाई निंदनीय इस तरह की बातें निंदनीय लेकिन शिक्षिका कह रही है कि वो विकलांग है, उठ नहीं सकती कुर्सी से” “मारने वाले बच्चों में हिंदू मुस्लिम दोनों हैं और उससे भी महत्वपूर्ण पीटने वाले बच्चे का चाचा ही बच्चे का वीडियो बना रहा है हंस रहा है” इसमें कहीं चाचा समाजवादी का कार्यकर्ता तो नहीं। जांच के बाद उचित कार्यवाही होनी चाहिये’

वहीं अब महिला टीचर तृप्ता त्यागी का बयान आया है कि वह विकलांग है, वह छात्र को खुद जाकर थप्पड़ नहीं मार सकती थी इसलिए उसने बच्चों से थप्पड़ मरवाया है। वहीं विवाद अधिक बढ़ता देख पुलिस ने भी कार्रवाई की बात कही है। इस मामले पर कांग्रेस, सपा समेत तमाम दल के नेताओं, कई हस्तियों ने ट्वीट किया और टीचर पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कह रहे हैं कि ये धर्म से जुड़ा मुद्दा नहीं है। महिला वीडियो में जो टिप्पणी कर रही है, उसमें भी वह मुस्लिम छात्रों के पढ़ाई को लेकर ही चिंता जाहिर कर रही है।