उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव करीब है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल एक दूसरे की पार्टियों पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में लग गई है। कोई अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में है तो कोई सत्ता पर काबिज सरकार की बखिया उधाड़ने में लगा हुआ है। गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करते हुए साइकिल यात्रा निकाली। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर हमला बोला।
अखिलेश यादव बीजेपी सरकार की तीखी आलोचना करते रहते हैं। एक बार उन्होंने लोकसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल को लेकर जारी चर्चा के दौरान बीजेपी सरकार पर वह जमकर बरसे थे। उन्होंने इस फैसले को गलत बताते हुए कहा था कि कश्मीर में बल का प्रयोग करके यह काम किया जा रहा है। वहां की जनता खुश नहीं है। उन्होंने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा था कि, ‘ आज माहौल ऐसा हो गया है कि मेरे पड़ोसी सदन में ही मौजूद नहीं है। गृह मंत्री कह रहे हैं कि हमने इस प्रस्ताव को विधानसभा में पारित कराया है।’ उनकी इस बात पर अमित शाह ने उनको टोकते हुए कहा था कि राष्ट्रपति ने अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए राज्यपाल को ही विधानसभा की ताकत दी है।
उन्होंने बीरबल का एक किस्सा सुनाते हुए कहा था कि बादशाह ने एक बार दावत में कहा कि बैंगन की सब्जी अच्छी है तो उनके मंत्रियों ने भी सब्जी की तारीफ कर दी। और बादशाह के साथ ही बीरबल ने भी ऐसा किया। लेकिन अगले ही दिन जब बादशाह की तबीयत खराब हुई तो उन्होंने बीरबल के सामने बैगन की सब्जी की बुराई की।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश ने कहा था कि इसके बाद बीरबल ने भी ऐसा ही किया, जब बादशाह ने सवाल किया तो बीरबल ने कह दिया कि वह बैगन की नौकरी नहीं करते हैं, बल्कि बादशाह की नौकरी करते हैं। जो बादशाह कहेगा, वही मैं कहूंगा। अखिलेश यादव की बात पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने कहा था कि हमने ऐसा नहीं कहा है उनके समझने में गड़बड़ हो गई है।
बता दें कि 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने एक बड़ा इतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 और आर्टिकल 35 A को हटा दिया था। अनुच्छेद 370 और 35 A को हटाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अब हमारा देश शांति और विकास के पथ पर आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति और सशक्त होगी। उन्होंने विश्वास जताया था कि जम्मू व कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने से राज्य में स्थाई शांति स्थापित होगी।