सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी व कन्नौज की पूर्व सांसद डिंपल यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपनी पार्टी को मजबूत करती दिखाई दे रही हैं। इसी तरह डिंपल 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान भी अपनी पार्टी के प्रचार के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधती रहती थी। इसके साथ ही वह बीजेपी द्वारा अपने पति पर लगाए जा रहे आरोपों पर भी पलटवार करती रहती थीं।

एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने गोंडा पहुंचीं डिंपल यादव से पूछा गया था कि चुनाव में 26/11 हमले में अपराधी कसाब का जिक्र हुआ तो आपने अपनी तरफ से नई परिभाषा दी? इस पर डिंपल ने कहा था कि हमने बहुत सकारात्मक बात कही है। हमने युवाओं के रोजगार और महिला सुरक्षा को लेकर बात की है।

बिजली को लेकर अखिलेश यादव पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर डिंपल ने कहा था कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह पूरी तरह से गलत हैं। इसको लेकर पूरी जानकारी भी सामने आ गई है। कभी किसी ने नहीं सोचा होगा कि बिजली भी हिंदू और मुसलमान हो सकती है। श्मशान और कब्रिस्तान को लेकर डिंपल यादव ने कहा था कि इस तरह की बात केवल असल मुद्दों से भटकाने के लिए की जा रही है। बीजेपी की भाषा बिगड़ती जा रही है।

डिंपल ने कहा था, ” जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जाएगा वैसे ही बीजेपी की भाषा में बदलाव देखने को मिलेगा।” प्रयागराज में हुई एक रैली को लेकर उनसे पूछा गया कि आप अपने समर्थकों को डांटते हुए कह रही थी कि मैं भैया ( अखिलेश यादव) से शिकायत कर दूंगी। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आप पर तंज कसा है? इस घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा था कि मैंने केवल शोर शराबा कम कराने के लिए इस तरह की बात कही थी।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए डिंपल ने कहा था कि स्मृति ईरानी ने सीरियल में काम किया हुआ है इसलिए वह डायलॉग मारती रहती हैं। वह इस तरह की बातें ना करती तो ही अच्छा होता। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में शमशान कब्रिस्तान और बिजली को लेकर बीजेपी द्वारा समाजवादी पार्टी पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे।