उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इन दिनों अपने 4.5 साल के काम को गिनाने में लगी हुई है। सीएम योगी ने रविवार को अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया। जिसमें उन्होंने अपने सरकार की उपलब्धियों को बताया। बीजेपी सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि16 पेज का 16 आने झूठ है। साथ ही उन्होंने बीजेपी को अंतरराष्ट्रीय झूठ प्रशिक्षण केंद्र बताया।
अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बीजेपी पर हमला बोलते हुए लिखा है कि उप्र की भाजपा सरकार ने प्रकाशित किया ‘16 पेज का 16 आने झूठ’। लगता है कि भाजपा ने अपने ‘अंतरराष्ट्रीय झूठ प्रशिक्षण केंद्र’ की पाठ्यपुस्तिका प्रकाशित करी है परंतु भाजपा के ‘झूठ के दूत’ इसे ऑनलाइन कक्षाओं में ही चला पायेंगे क्योंकि जनता के बीच वो जा नहीं पा रहे हैं।
इसके पहले भी अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार को दंभी सरकार बताते हुए लिखा था कि चौवन गुज़रे, छह महीने बचे इस दंभी सरकार के किसान, ग़रीब, महिला व युवा पर अत्याचार के बेरोज़गारी, महंगाई, नफ़रत व ठप्प कारोबार के बहकावे, फुसलावेवाली, जुमलेबाज़ सरकार के नहीं चाहिए ऐसी सरकार, जिसका सच है। ठगका साथ, ठगका विकास, ठगका विश्वास, ठगका प्रयास।
अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर तमाम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। एक टि्वटर अकाउंट से लिखा गया कि समाजवादी पार्टी द्वारा 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव में जारी घोषणा पत्र के 80% वादों को पूरा नही किया था, वह क्या था? झूठ का पुलिंदा या फिर हवा हवाई वादे। @SatyaPr08221735 टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया कि इसलिए अब जनता सपा पर भरोसा नहीं कर रही क्योंकि हर काम को या तो अपना बता रहे हैं या मजाक उड़ा रहे हैं, इससे बड़ा क्या झूठ होगा कि योगी सरकार ने कोई काम नहीं किया, अब सवाल यह है कि लोगों की पहली पसंद योगी हैं दूसरी आप। जबकि आप कहते हैं हमने काम किये तो आपकी हार कैसे हुई?
वहीं कुछ यूजर्स ने उनकी बातों का समर्थन करते हुए कहा है कि यूपी में बीजेपी की विदाई तय है। जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी यूपी सरकार के रिपोर्ट कार्ड को झूठा बताते हुए लिखा है कि उत्तर प्रदेश सरकार को चाहिए था कि 4.5 सालों पर जनता के सवालों का जवाब दे, लेकिन नहीं। फिर झूठ, झूठ और सिर्फ झूठ।
