बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव जमकर निशाना साधा। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया कि यह लोग बीजेपी से मिले हुए हैं। मायावती के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया देने में पीछे नहीं हैं।

मायावती ने कही यह बात : उन्होंने कहा कि यूपी में अंबेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर संस्थानों और योजनाओं के नाम बदलने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी सरकार में इनके नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों आदि के नाम बदल के लिए गए। जो अति निंदनीय व शर्मनाक भी है।

मायावती ने बीजेपी के साथ मिले होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी से बीएसपी नहीं बल्कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव खुलकर मिले हैं। जिन्होंने बीजेपी के पिछले शपथ में अखिलेश को बीजेपी से आशीर्वाद भी दिलाया है और अब अपने काम के लिए सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है। यह जग – जाहिर है।

यूजर्स की प्रतिक्रिया : ज्ञानप्रकाश यादव नाम की एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि क्या अब आप राज्यसभा नहीं जाएंगी क्या? जिस की सरकार बनाने में पूरा सहयोग दिया, सपा को हराने के लिए आपने खुद की पार्टी को तबाह कर दिया। सनी यादव नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं, ‘ इस बार अंबेडकरवादी ने 80% भाजपा को वोट किया है लेकिन एक शब्द भी भाजपा के बारे में नहीं बोलेंगीं। कभी मुसलमान को जिम्मेदार बताएंगे तो कभी अखिलेश कोसेगी।

राज सागर नाम के यूज़र ने लिखा कि एक तरफ भीम आर्मी चीफ दलितों के लिए आवाज उठा रहे हैं और दूसरी तरफ आप सत्ता पक्ष से सवाल करने के बजाय विपक्ष के पीछे पड़ी हुई हैं। शैलेंद्र सिंह ने कमेंट किया, ‘ वर्तमान सरकार को कोसने के बजाय आप अखिलेश यादव को बुरा भला कहने में जुट गई हैं? इस बात को भूल गई क्या कि 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की वजह से ही आपको ज्यादा सीटें मिली थीं। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन पार्टी को 403 सीटों में से केवल एक सीट मिली है।