उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन के उप-निरीक्षक द्वारा सोशल मीडिया पर किए गये एक पोस्ट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। रेलवे अधिकारी के पोस्ट को लेकर विभाग ने इस आपत्तिजनक बताते हुए नोटिस जारी कर दिया है, वहीं सोशल मीडिया पर लोग ‘कारण बताओ नोटिस’ मिलने के बाद सवाल उठा रहे हैं और पूछ रहे हैं कि इस पत्र में आपत्तिजनक क्या है?
रेलवे अधिकारी को विभाग ने जारी किया नोटिस
रेलवे विभाग के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक द्वारा, मथुरा रेलवे स्टेशन के उप-निरीक्षक लोकेंद्र कुमार कर्दम को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है, जिसमें लोकेंद्रे कुमार कर्दम के सोशल मीडिया पर किये गए पोस्ट का भी जिक्र है। पत्र के मुताबिक़ लोकेंद्रे कुमार कर्दम ने OPS की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा था!
माँगा गया जवाब
पत्र में लिखा गया है कि आप भारत सरकार के अधीन कार्यरत एक जिम्मेदार रेल कर्मी हैं। आपके द्वारा किया गया पोस्ट अशोभनीय और आपत्तिजनक की श्रेणी में आता है। पत्र में रेलवे अधिकारी से तीन दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है और पूछा गया है कि क्यों ना आपके खिलाफ अनुशासन एवम अपील नियम के तहत कार्रवाई की जाए! सोशल मीडिया पर यह पत्र वायरल हो रहा है।
@ranvijaylive यूजर ने लिखा कि यूपी के मथुरा जंक्शन के उप स्टेशन अधीक्षक ने यह बात SM पर लिखी। रेलवे ने उन्हें नोटिस भेज दिया। मुझे समझ नहीं आ रहा ये पोस्ट आपत्तिजनक कैसे है? एक यूजर ने लिखा कि घोर अन्याय है ये, आम पब्लिक के बोलने का अधिकार छीना जा रहा है। ऐसे लोगों को तानाशाह ना कहें तो किसको कहें। @SShaurya19 यूजर ने लिखा कि इस पर तो NIA की जांच होनी चाहिए, कोई विदेशी साजिश या 100 cr का लेन देन तो नहीं, किसके कहने पर ये सब हो रहा है।
एक यूजर ने लिखा कि चाहे जितनी नीचता कर लो सब मिलकर, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। राजीव त्यागी नाम के यूजर ने लिखा कि कोई वकील बताएगा कि इसमें शुद्ध रूप से कौन सा नियम, प्रावधान का इस कर्मचारी ने उल्लंघन किया है। @satyaveerji यूजर ने लिखा कि नेहा सिंह राठौर को सरकार की समालोचना करने पर माफ़ीवीरों द्वारा FIR करने के बाद अब एक रेलकर्मी द्वारा सोशल् मीडिया पर अपने विचार व्यक्त करने पर नोटिस थमा दिया गया है!