दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत अन्य सभी आरोपियों को लेकर सीबीआई ने लुकआउट नोटिस जारी होने की खबर सामने आई, हालांकि खुद सीबीआई की तरफ से स्पष्ट किया गया कि अभी नोटिस जारी नहीं किया गया है। मनीष सिसोदिया ने खुद ट्वीट कर लुकआउट नोटिस जारी होने का दावा कर ट्वीट किया था कि ये नौटंकी क्यों हो रही है? मैं दिल्ली में ही हूं, जहां कहेंगे मैं वहां हाजिर हो जाऊंगा। दिल्ली भाजपा सांसद मनोज तिवारी अब इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

मनोज तिवारी ने मनीष सिसोदिया पर दिया ये बयान

मनोज तिवारी ने कहा कि लुकआउट नोटिस किसी बड़े अपराध में जारी किया जाता है। मनीष सिसोदिया और अरविन्द केजरीवाल को इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें दिल्ली में घूमना मना नहीं है। वो दिल्ली में घूम सकते हैं लेकिन बिना कोर्ट को बताए वो देश छोड़कर नहीं भाग सकते है। लुकआउट नोटिस में एअरपोर्ट पर उनकी तस्वीर लगा दी जाती है और वहां जानकारी दे दी जाती है।

“सीबीआई को भी देश छोड़कर भागने की आशंका है”

मनोज तिवारी ने कहा, ‘लुकआउट नोटिस का जारी होना सामान्य बात नहीं है। उनके खिलाफ जो आरोप हैं, उसके साक्ष्य गंभीर हैं और आरोपियों के देश छोड़कर भागने की आशंका सीबीआई को भी है। तभी लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। आजकल एजेंसी बहुत सतर्क है ताकि कोई देश छोड़कर भाग ना जाए। शराब का घोटाला हुआ उस पर जवाब नहीं दे रहे हैं और वो दुनिया भर की गोल-गोल बात कर रहे हैं। 

लोगों की प्रतिक्रियाएं

गौरव सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि जो देश की सरकारी संस्थाएं बेचे जा रहे हैं, देश की सारी संपत्ति बेचे जा रहे हैं, घबराना तो उन्हें चहिए, लुक आउट नोटिस तो उन पर जारी करना चहिए कि कहीं देश बेचने वाले देश छोड़कर भाग ना जाएं। अजय कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि देश छोड़कर नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी यह सब भाग गए। ये बीजेपी वालों का काम है। सच्चे देशभक्त कट्टर इमानदार देशभक्त नहीं डरते हैं। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा शराब का घोटाला तो गुजरात में होता है।

अमित कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि अगर कोई पाप किया है तो उसे सिर्फ भाजपा बचा सकती हैं, जैसे कुलदीप सेंगर, मुकुल रॉय, आशीष मिश्र, सुभेंदु अधिकारी, दिनेश राठौड़ etc। लूक आउट नोटिस देना चाहिए था- नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, ललित मोदी etc को पर उसकी तो बात नहीं करोगे। राकेश्वर पोखरियाल ने लिखा कि जब हिंदुस्तान का पैसा लेकर मोदी के मित्र देश छोड़कर भाग रहे थे, उस समय लुकआउट नोटिस का क्या मतलब होता था? ये भी तो देश की जनता को समझाइये।

बता दें कि आबकारी नीति मामले को लेकर सीबीआई ने डिप्टी सीएम के घर छापेमारी की थी। इसके बाद बाकी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हालांकि छापेमारी में क्या सामने आया, इससे जुड़ी जानकारी सामने नहीं आ पाई है। हालांकि AAP ने दावा किया कि सीबीआई जांच में मनीष सिसोदिया के खिलाफ कुछ नहीं मिला है।