टना में बीते दो दिनों में जहरीली शराब पीने की वजह से करीब 25 लोगों की मौत हो गई है। इन मौतों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गड़बड़ चीज पीने से यह सब होता है।
नीतीश कुमार के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर लिखा, शराबबंदी पर बड़बड़ करने वालों के राज में विगत 3 सालों में ही जहरीली शराब से 50 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री, प्रशासन और पुलिस, माफिया और तस्कर पर कार्रवाई करने के बजाय शराब पीने वालों को कड़ा सबक सिखाने की धमकी देते रहते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ खड़े भाजपाई मंत्री के स्कूल से दो ट्रक शराब बरामद हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया, इस मामले में जो एफआईआर हुई है उसमें बीजेपी नेता का भी जिक्र किया गया है। तेजस्वी ने कहा कि मंत्री के नामजद भाई को आज तक बिहार पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यह इनकी कथित शराबबंदी की सच्चाई है।
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भी एक वीडियो शेयर किया था। जिसके साथ उन्होंने लिखा था कि इन चीजों का गड़बड़ DNA वाली NDA सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फर्क नहीं पड़ता। जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है कि क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है।
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इन घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने शराबबंदी कानून पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने ऑल पार्टी मीटिंग की मांग करते हुए कहा कि जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर बिहार में कोई नियंत्रण नहीं है। वहीं बीजेपी की ओर से विपक्ष के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा जा रहा है कि विपक्षी नेताओं के कारण शराब का धंधा फल-फूल रहा है।