उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के गठबंधन को मिली हार के बाद सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा था कि उन्हें पहले चरण के बाद ही पता चल गया था कि गठबंधन हार रहा है। गठबंधन के कई नेताओं ने ओपी राजभर के इस बयान पर आलोचना भी की थी। हालांकि ओपी राजभर अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।
शिवपाल यादव पर क्या बोले केशव देव मौर्य?: समाजवादी पार्टी के गठबंधन में शामिल महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य से सवाल पूछा गया कि समाजवादी पार्टी के सहयोगी दलों की बैठक नहीं हो रही है, उधर शिवपाल यादव अलग ही नाराज चल रहे हैं? Abp गंगा से बात करते हुए केशव देव मौर्य ने कहा कि “शिवपाल जी की नाराजगी ठीक नहीं है। वो सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़े थे लेकिन वो अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।”
गठबंधन के सदस्य हैं शिवपाल यादव: केशव देव मौर्य ने कहा कि “चुनाव जरूर शिवपाल जी ने सपा के सिंबल पर लड़ा था लेकिन वो सपा के सदस्य नहीं है वो गठबंधन के सदस्य हैं और जब गठबंधन के नेताओं की बैठक होगी तो जाहिर तौर पर उन्हें भी बुलाया जाएगा। मेरे परिवार में से लोग सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़े हैं उन्हें भी अभी तक बैठक में नहीं बुलाया गया। अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने विधायकों के साथ बातचीत करना चाहते हैं, आगे की रणनीति बनाना चाहते हैं तो हमें क्यों बुलायेंगे?”
“जोकर नहीं, मसखरें हैं ओपी राजभर”: ओपी राजभर कहा था कि उन्हें परिणाम पहले से ही पता था, इस पर आप क्या कहेंगे? केशव देव मौर्य ने कहा कि “मैंने पहले भी कहा था कि ओपी राजभर ज्योतिषी हैं। किसी को नहीं पता था कि परिणाम क्या आएंगे लेकिन राजभर जी समझ गये थे, अगर वे समझ गए थे तो उन्हें पार्टी को बताना चाहिए था ना, क्यों नहीं बताया? मैं उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेता।” ओपी राजभर को जोकर कहने पर केशव देव मौर्य ने कहा कि “मैं उन्हें जोकर नहीं बल्कि मसखरा कहना चाह रहा था। वह अक्सर मजाक करते रहते हैं। इसीलिए उन्हें गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।”
बता दें कि ओपी राजभर, यूपी चुनाव में प्रचार के दौरान योगी सरकार पर काफी तीखे प्रहार कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा था कि चल सन्यासी मंदिर में। हालांकि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा था कि उन्हें तो पहले ही चरण में पता चल गया था कि समाजवादी पार्टी गठबंधन चुनाव हार रहा है। योगी के खिलाफ बयानबाजी तो वह सिर्फ चुनाव के लिए कर रहे थे।