महाराष्ट्र की राजनीति में हुए उलटफेर के बाद अब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बन गए हैं, जबकि जिसके (देवेन्द्र फडणवीस) मुख्यमंत्री बनने की चर्चा सबसे अधिक थी वह उपमुख्यमंत्री बने हैं। जिस तरह महाराष्ट्र में विधायकों ने बगावत की ठीक उसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कांग्रेस विधायकों के साथ पार्टी से बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया था। अब जब सिंधिया से पूछा गया कि क्या वह भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो आगे पढ़िए उन्होंने क्या जवाब दिया है।

दरअसल ग्वालियर पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने और उनके खुद मुख्यमंत्री बनने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे से बात हुई है, मैंने उन्हे बधाई दी है। महाराष्ट्र की क्षमता राष्ट्र्पटल की नहीं बल्कि विश्वपटल की है, उसको और आगे लेकर जायेंगे। 

मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि ‘मैं आपका सेवक हूं, ग्वालियर की जनता का सेवक और मध्य प्रदेश की जनता का सेवक हूं। ना राज माता ने, ना पिता ही ने और ना ही मैंने कभी कुर्सी पद के लिए सोचा है। मैंने केवल सेवक हूं और इसी आधार पर २० साल तक जनसेवा के पथ पर चला हूं। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलती है, उसे निभाने की कोशिश करता हूं।’

सिंधिया के इस बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तंज कसा है। ट्वीट कर दिग्विजय सिंह ने लिखा कि ‘भाजपा बड़ा अन्याय करती है। एकनाथ शिंदे जी को बग़ावत करने पर मुख्यमंत्री पद दे कर देवेन्द्र फडनविस को उपमुख्यमंत्री बना दिया। मध्यप्रदेश में भी सिंधिया जी को मुख्यमंत्री बना कर शिवराज चौहान जी को उपमुख्यमंत्री बना सकते थे। लेकिन नहीं किया। सरासर दोहरा मापदंड है।’

सुशील अशोपा ने लिखा कि आदरणीय दिग्विजय सिंह जी, आप राजस्थान को बचा लीजिए। अगर अभी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया तो गया राजस्थान भी। दिनेश यादव ने लिखा कि बीजेपी ने इस्तेमाल किया है सिंधिया का, कभी भी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी में महाराज थे बीजेपी में गए तो जनसेवक बन गए।

कैलाश चंदवानी ने लिखा कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने ये संदेश दे दिया है कि यदि 25-30 विधायकों का जुगाड़ कर लें तो सचिन पायलट भी राजस्थान के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। एक यूजर ने लिखा कि दिग्विजय जी को अपनी पार्टी की चिंता नहीं है, दूसरों के बारे मे सोच सोच कर अपना दिमाग खराब करते रहते हैं।