उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रचंड जीत के बाद यूपी के कार्यकारी मुख्यमंत्री 25 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उनके शपथ समारोह से पहले मंत्रिमंडल को लेकर राजनैतिक गलियारों में चर्चा गर्म है। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू व बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
अपर्णा यादव इसी विषय पर एक न्यूज़ चैनल से बात कर रही थी। जहां परिवार को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि परिवार से विमुख नहीं हुई हैं। अपने ऊपर कटाक्ष करने वालों को जवाब देते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि अगर एक महिला परिवार से अलग होकर कुछ करती है तो उस पर इस तरह के आरोप लगाए जाते हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि उन लोगों से सवाल क्यों नहीं किया जाता जो परिवार की पार्टी छोड़कर अपनी अलग पार्टी बना लेते हैं।
पत्रकार विजय त्रिवेदी ने अपर्णा यादव से राष्ट्रवाद को लेकर पूछा कि आपको इसका डोज 5 साल बाद समझ में आया। जबकि आप बहुत पहले योगी आदित्यनाथ को गौशाला लेकर गईं थी? इसके जवाब में अपर्णा ने कहा कि वह लंबे वक्त से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम के कामों की तारीफ करती रही हैं।
चुनाव न लड़ने के विषय पर अपर्णा ने कहा कि मैंने इसलिए चुनाव नहीं लड़ा कि लोग यह ना समझ लें, मैं केवल टिकट तक की राजनीति करने के लिए बीजेपी में शामिल हुईं हूं। योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर अपर्णा यादव कहती हैं कि उनका जो भी निर्णय होगा उस पर हम काम करेंगे। बीजेपी में शामिल होने के फैसले पर उन्होंने कहा कि वह सशक्त महिला हैं और अपने फैसले स्वयं लेती हैं।
पत्रकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी का उदाहरण देते हुए कहा, ‘आपको यह भी याद रखना चाहिए कि देश की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी कांग्रेस से बीजेपी मेनका और वरुण को लेकर आई थी। अब उनका क्या हश्र हुआ है, यह सब देख रहे हैं। इसके जवाब में अपर्णा ने सीता का जिक्र कर कहा कि जब समाज ने उन पर सवाल उठा दिया तो मैं तो अपर्णा यादव हूं। इस तरह के सवाल महिलाओं के लिए ही उठाए जाते हैं।