राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी पिछले कुछ दिनों से खूब चर्चाओं में हैं। जाट नेताओं से अमित शाह की मुलाकात के बाद ये खबर सामने आई कि मीटिंग में शाह ने कहा है कि जयंत चौधरी गलत घर में चले गए हैं। इधर अमित शाह की जाट नेताओं से मुलाकात खत्म हुई और उधर बीजेपी नेताओं ने जयंत चौधरी को बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दे दिया। हालांकि अब जयंत चौधरी ने इस सवाल का जवाब दिया है कि वे बीजेपी के साथ कभी जाएंगे या नहीं!

“हम अपनी विचारधारा से कभी समझौता नहीं करेंगे”: दरअसल द लल्लनटॉप को दिए अपने इंटरव्यू में जयंत चौधरी से पूछा गया कि राष्ट्रीय लोक दल की विचारधारा क्या है, जिससे आप कभी समझौता नहीं करेंगे? इस पर जयंत चौधरी ने कहा कि हम प्राथमिकता खेती और किसान को देते हैं। इसी वर्ग के लिए चौधरी चरण सिंह ने काम किया है। हमारा लक्ष्य है कि रूरल इकॉनमी को कैसे मुख्यधारा में लाएं। इस पर जयंत चौधरी से पूछा गया कि अगर रूरल इकॉनमी को बढ़ावा देने के लिए भाजपा आपको अपने पाले में आने का न्योता देती है तो आप चले जाएंगे?

“बीजेपी को क्यों छोड़ रही हैं सहयोगी पार्टियां?”: इस पर जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा सिर्फ एक -दो कानून बना सकती है। अटल जी ने किसानों के लिए कुछ ठीक काम किया था। जयंत चौधरी ने आगे कहा कि मुझे तो नहीं याद है कि जब बीजेपी के शासनकाल से पहले कभी किसी गाय ले जाने वाले को पीटा गया हो। कपड़े से लोगों की पहचान करने का बयान खुद प्रधानमंत्री देते हैं। अगर देश में अमन चैन नहीं है तो इसका मतलब ये है कि आप देश को हिस्से में बांट रहे हैं। सच्चाई तो ये है कि आज बीजेपी अपने सहयोगी पार्टियों को संभाल नहीं पा रही है। चाहे अकाली दल हो, शिवसेना हो। क्या कारण है कि सब बीजेपी छोड़ कर जा रहे हैं?

बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे जयंत?: क्या जयंत चौधरी कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे, इस चुनाव के बाद भी? इस पर जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार बनाने के लिए छोटी पार्टियां समझौता करती है ताकि दोबारा चुनाव ना करवाना पड़े। आज की मॉडर्न भाजपा के जो मूल सिद्धांत है, उनसे हमारा कोई मेल नहीं है तो हमारे गठबंधन का आधार ही क्या है? अगर कोई बीजेपी के खिलाफ मुखर होकर बोल रहा है तो वो हम हैं। अगर आज हम खुलकर बोल रहे हैं तो कल कौन-सा मुंह पर पट्टी लग जाएगी?

बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रति लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। यही वजह कि बीजेपी यहां पूरी ताकत के साथ प्रचार कर रही है। जयंत चौधरी के सपा के साथ चले जाने से बीजेपी की टेंशन और बढ़ गई है। पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर रालोद का असर है।  

बीजेपी से मिले ऑफ़र पर जयंत चौधरी पहले ही कह चुके हैं कि मैं कोई चवन्नी थोड़ी हूं जो पलट जाऊंगा। चुनाव प्रचार के दौरान भी जयंत चौधरी बीजेपी पर कड़े प्रहार कर रहे हैं। हाल में जयंत चौधरी ने कहा कि किसान, मजदूर, गरीब, युवा सभी एकजुट होकर आने वाली 10 तारीख को योगी बाबा को कंबल देकर गोरखपुर मठ में भेजने का काम करें।