लखीमपुर मामले में भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि किसानों की मौत इस वजह से हुई क्योंकि गाड़ी पीछे से आ गई थी। उनकी बात पर कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने हमलावर होते हुए आरोप लगाया कि यह एक प्लान्ड मर्डर था। जिसे एक सोची समझी साजिश के तहत ही अंजाम दिया गया था और अब सरकार बीजेपी मंत्री के बेटे को बचाने के लिए सारे मामले पर परदा डालने की कोशिश में जुटी है।
एंकर अंजना ओम कश्यप ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो शख्स टीवी पत्रकारों को बुला बुलाकर इंटरव्यू दे रहा था। पुलिस उसे क्यों नहीं तलाश कर पा रही है। विपक्ष को संजीवनी मिल गई है। पुलिस ने अगर ठीक से कार्रवाई की होती तो ये बखेड़ा न खड़ा होता। उनका कहना था कि पुलिस ने जिस तरह से प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया। उसी तरह से आशीष मिश्रा को गिरफ्तार करने के लिए भी चुस्ती दिखानी थी, लेकिन कुछ नहीं किया।
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पुलिस ने तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया। एफआईआर दर्ज करके जांच की जा रही है। आशीष के मंत्री पिता ने खुद टीवी पर कहा है कि अगर कोई साबित कर दे उनका बेटा वहां पर था तो वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे। उनका कहना था कि गाड़ी से पीछे से आ गई थी। उसमें किसान मारे गए। इस मामले में तो विपक्ष कार्रवाई की मांग कर रहा है लेकिन जिन लोगों को घेर कर मारा गया, उस मामले में कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हो रहा।
कांग्रेस के गौरव वल्लभ ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता से कोई सवाल नहीं पूछ सकता कोई। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी उन मृतकों के घर भी जाना चाहते थे जो बीजेपी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। वल्लभ ने सुप्रीम कोर्ट में सरकार के जवाब पर तंज कसते हुए कहा कि वहां बताया जा रहा है कि गोली चलने का कोई सबूत नहीं मिला है। उनका कहना था कि अभी तक जांच चालू तक नहीं हो पाई है। सबूत लाने का काम पुलिस और जांच एजेंसियों का है। उन्हें सबूत जुटाकर कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के उस बयान की भर्त्सना की जिसमें उन्होंने लाठी मारने की बात कही थी। उनका कहना था कि बीजेपी के नेता अभी तक संजीदगी नहीं दिखा पा रहे हैं। आठ लोगों की मौत के मामले में बीजेपी ऐसा रवैया दिखा रही है मानो लखीमपुर में कुछ हुआ ही नहीं था।