मध्य प्रदेश के कटनी के रेलवे स्टेशन के बाहर 9 अप्रैल को हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने स्टेशन के बाहर बने हनुमान मंदिर के सामने की दीवार तोड़ दी। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूजर्स भड़क गए।

यह है पूरा मामला : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 10 साल पहले स्टेशन के सौंदर्यीकरण के समय प्रशासन रेलवे स्टेशन के बगल से मंदिर को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट करना चाह रहा था लेकिन हिंदू संगठन इसके विरोध में खड़े हो गए थे। जिसके बाद मंदिर को हटाने के बजाय उसके सामने दीवार खड़ी कर दी गई। अब हिंदू संगठन द्वारा इस दीवार को भी तोड़ दिया गया।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं : स्वाति मिश्रा नाम की एक यूजर कमेंट करती हैं कि आजकल गलत काम करते हुए जय जय श्री राम का नारा ऐसे लगाया जाने लगा है, जैसे वो उस गलत काम को वैधता दे देगा। पहले खबरें आती थी कि सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों से उसकी भरपाई की जा रही है लेकिन इस केस में शायद दीवार तोड़ने वालों को पुरस्कार दिया जाएगा। मनोज कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा – इस देश में इस दीवार की तरह ही कानून व्यवस्था को भी गिराया जा रहा है, जिसकी परवाह किसी को नहीं है।

सुचिता ने कमेंट किया कि क्या इस तरह के लोगों पर यूएपीए के तहत कार्रवाई नहीं की जाएगी? योगी आदित्यनाथ के राह पर शिवराज मामा इन लोगों के घर पर बुलडोजर चलवाएंगे? रवि नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट आया, ‘ हिंदू संगठन इसी तरह के उन्माद को रामराज्य समझने लगे हैं, सरकारी अपने वोट बैंक के लिए पता नहीं क्या कर सकती हैं।’

अमन वर्मा लिखते हैं कि राम और धर्म के नाम पर पूरे देश में केवल प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। क्या राम इस तरह के भारत की कल्पना की थी? इस तरह से धर्म की रक्षा नहीं बल्कि राजनीति करने का सबसे घटिया तरीका है। शिवराज सिंह चौहान की कानून व्यवस्था ताक पर रख दी गई है। आदित्य कुमार नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि राम और धर्म के नाम पर इस देश में कुछ भी किया जाने लगा है। इन सब को राम के सुचिता को पढ़ने की जरूरत है।