सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बाप और बेटे एंबुलेंस में बैठकर रोते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिखाई दे रहा बच्चा रेबीज का मरीज है, वह परेशान है इसलिए रो रहा है। वहीं बाप, बेटे को कहीं भी इलाज ना मिलने से निराश है। दोनों एंबुलेंस में बैठकर रो रहे हैं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
परिजनों को नहीं दी थी कुत्ते के काटने की जानकारी
बताया जा रहा है कि गाजियाबाद स्थित विजयनगर की चरण सिंह कॉलोनी में रहने वाले याकूब के बड़े बेटे शाहवेज को कुत्ते ने काट लिया। डर से उसने परिजनों को नहीं बताया। करीब डेढ़ महीने बाद शाहवेज को पानी से डर लगने लगा, इसकी हालत खराब होने लगी। इसके बाद बच्चे को अस्पताल लेकर गए तो दिल्ली ले जाने की सलाह दी गई। बताया जा रहा है कि दिल्ली के अस्पताल में उसे बच्चे को किसी अस्पताल में इलाज ही नहीं मिल पाया।
AIIMS में भी नहीं हो पाया इलाज!
बच्चे के इलाज के लिए परिजन गाजियाबाद के एम.एम अस्पताल, मेरठ, दिल्ली के जीटीबी और एम्स भी लेकर गए लेकिन कहीं भी उसे इलाज नहीं मिल सका। अंत में परिजन बच्चे को लेकर एक वैद्द के पास पहुंचे। हालांकि बच्चे को बचाया नहीं जा सका। वहीं अब गाजियाबाद नगर निगम ने एक महिला को नोटिस जारी किया है और तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा है।
आरोप है कि याकूब के पड़ोस में रहने वाली एक महिला कई कुत्तों को खाना खिलाती है, इससे वहां कुत्ते मौजूद रहते हैं। कुत्ते कई बार लोगों को काट चुके हैं लेकिन वह नहीं मानती। अब गाजियाबाद नगर निगम ने महिला को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्या कुत्तों का रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन हुआ था? अगर जवाब नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर लोगों जताया आक्रोश
बाप की गोदी में तड़पते बेटे का वीडियो देखकर लोग भड़क गए। सोशल मीडिया पर @WasiuddinSiddi1 ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘गाजियाबाद में बाप के गोद में जो बच्चा तड़प रहा है उसको कुत्ते ने काटा था, बेटा अब दुनिया में नहीं है। कुत्ते की मालकिन के खिलाफ कोई केस नहीं हुआ क्योंकि वो रसूखदार महिला है।’ शालिनी कुमावत नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘एक बाप की बेबसी महसूस कीजिये, एक मासूम का दर्द महसूस कीजिये, क्या माहौल होगा जब एक मासूम अपने बाप के गोद में दम तोड़ रहा होगा? हम चांद पर पहुंच गए, क्या हम सच में तरक्की कर गए?’
सोशल मीडिया पर लोगों ने कुत्तों को पैरोकारी करने वालों पर भी आक्रोश व्यक्त किया है और महिला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। लोगों का यह भी कहना है कि बच्चा अगर परिजनों से डरे बिना कुत्ते के काटने की जानकारी दे देता तो शायद वह जिंदा होता।