समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव इन दिनों सुर्खियों में हैं। अखिलेश यादव से नाराज चल रहे शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने की खूब अटकलें लगाई जा रही हैं। इसी बीच इटावा पहुंचे शिवपाल यादव ने अपने बचपन की यादें साझा करते हुए बताया कि किस तरह वह शरारत किया करते थे।
इटावा पहुंचे शिवपाल यादव ने बचपन को किया याद: इटावा में छात्रों के टेबलेट वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए शिवपाल यादव ने बताया कि ‘जब हम लोग पढ़ाई करने जाया करते थे तो स्कूल/कॉलेज भी ढंग के नहीं मिलते थे। पेड़ के नीचे बैठकर हम पढ़ाई करते थे। हम स्कूल बोरा (टाट) लेकर आते थे, उस पर बैठकर हम अपनी पढ़ाई पूरी करते थे।
अपने बचपन का किस्सा शेयर करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने बताया कि ‘जब हम छोटे थे तो हमारे पास लकड़ी पट्टी हुआ करती थी। हम लोग उस पट्टी को अक्सर एक-दूसरे से लड़ाया करते थे। कई जगहों पर स्कूल कच्चे ही हुआ करते थे। कहीं कहीं ही स्कूल पक्के दिखाई देते थे।’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवलाल सिंह यादव ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा, “आज के युग में आत्मनिर्भर बनने के लिए टैबलेट स्मार्टफोन बहुत जरूरी हो गए हैं। बिना उच्च शिक्षा के बच्चों का भविष्य उज्जवल नहीं हो सकता।”
बता दें कि शिवपाल यादव, समाजवादी पार्टी में कलह के बाद पार्टी से अलग हो गये थे और अपनी एक अलग ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी’ का गठन किया। हालांकि 2022 विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया लेकिन चुनाव नतीजे सामने आने के बाद शिवपाल यादव ने अनदेखी का आरोप लगा दिया।
अखिलेश से नाराज बताए जा रहे शिवपाल यादव ने कहा है कि वो जल्द ही अपनी आगे की रणनीति का खुलासा करने वाले हैं। वहीं इसी बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी और पार्टी के सभी प्रकोष्ठों को पार्टी के महासचिव आदित्य यादव ने भंग कर दिया है। राजनीतिक गलियारे में ये चर्चा तेज है कि अब शिवपाल बड़े फैसले की तैयारी कर चुके हैं और उनके भाजपा में शामिल होने की संभावनाएं सबसे ज्यादा हैं।